दूसरे दिन भी 60 फीसद कर्मचारी रहे हड़ताल पर
जागरण संवाददाता, सिरसा : दूसरे दिन भी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला। प
जागरण संवाददाता, सिरसा :
दूसरे दिन भी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला। पहले दिन की तरह बृहस्पतिवार को 60 फीसद कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे। 1622 में से 879 कर्मचारी ही हड़ताल पर रहे। अधिकारियों द्वारा हड़ताल में शामिल होने वाले अनुबंधित कर्मचारियों को दी गई कार्रवाई की धमकी का भी उन पर कोई असर नहीं हुआ। दिलचस्प बात यह है कि कुछ गांवों को छोड़कर हड़ताल के बावजूद सामान्य दिनों की अपेक्षा इन दो दिनों में लोगों को बेहतर बिजली सप्लाई मिल पाई है। जिले में कहीं भी शेड्यूल के अनुसार बिजली नहीं मिलने की शिकायत नहीं आई। रात 10 बजे के बाद से बिजली कर्मी अपनी हड़ताल छोड़कर काम पर लौट आए।
मंदिर के पार्क में ही दिया धरना
सर्कल आफिस के 50 मीटर दायरे में धरने पर रोक के कारण कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को भी मंदिर के सामने बने पार्क में प्रदर्शन किया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने अपनी एकजुटता बनाए रखने की अपील की और सरकार के खिलाफ निजीकरण को लेकर बिगुल बजाय रखने की बात कही। कर्मचारी नेता राजमंदिर शर्मा, देवीलाल बिरड़ा, अविनाश कंबोज, राजेंद्र शर्मा, करणी भाटी, प्रेम चंद शर्मा, मदन लाल, नवनीत ¨सह, सुरेंद्र कुमार आदि ने कहा कि अगर बिजली निगम का निजीकरण किया गया तो प्राइवेट कंपनियों की मनमर्जी चलेगी। रोजगार भी समाप्त हो जाएंगे। बिजली महंगी हो जाएगी। कंपनियां तानाशाही रवैया अपनाएंगी। इसलिए यह आमजन व कर्मचारियों के हित में नहीं है। सरकार को इस फैसले को बदलना होगा।
कार्यालय कुल पक्के कर्मी हड़ताल पर कुल अनुबंधित हड़ताल पर
एसई आफिस 14 4 10 0
सब अर्बन डिविजन व अधीनस्थ सब डिविजन 298 216 252 50
सिटी डिविजन व अधीनस्थ सब डिविजन 335 252 294 146
डबवाली डिविजन व अधीनस्थ सब डिविजन 226 161 193 51
ऐलनाबाद-रानियां के सबसे ज्यादा अनुबंधित रहे हड़ताल में
ऐलनाबाद, रानियां व जीवननगर के अनुबंधित कर्मचारियों में सरकार की कार्रवाई का कोई खौफ नहीं दिखा। यहां ज्यादातर अनुबंधित कर्मी अन्य पक्के कर्मचारियों के साथ हड़ताल पर बैठे रहे। ऐलनाबाद सब डिविजन में 79, रानियां में 45, पंजुआना सब डिविजन में 36, डबवाली में 30, जीवन नगर सब डिविजन में 22, चौटाला में 21 तथा सब सिटी व माधो¨सघाना सब डिविजन में छह-छह अनुबंधित कर्मचारी कामकाज छोड़कर हड़ताल में शामिल हुए। हड़ताल में शामिल हुए इन आठों सब डिविजन के कुल 245 अनुबंधित कर्मियों को रिलीव करने के भी आदेश हो सकते हैं।
:::::: जो कर्मचारी काम पर ही नहीं आए, उसकी हमें क्या जरूरत है। जिन्होंने छुट्टी मनाई है, वो अब पूरी तरह आजाद होकर मौज मनाएं। आदेशों की पालना नहीं करने वालों पर कार्रवाई तो होनी चाहिए। छुट्टी लेने वालों की जगह ठेकेदार को दूसरे कर्मचारी रखने के लिए बोला था। अब आगे वही काम करेंगे।
आरके वर्मा, एसई, सिरसा सर्कल
:::::: अधिकारियों के आदेशों पर पिछली बार हड़ताल में शामिल होने वाले 11 कर्मचारियों को हटा कर उनकी जगह दूसरे रख लिए गए हैं। अगर इस बार भी लिखित में आदेश मिलेंगे तो तुरंत कर्मचारी हटाकर नए रख लिए जाएंगे। काम पर लगने के लिए और बहुत लोग इंतजार कर रहे हैं।
बृजलाल पचार, आउटसोर्सिंग ठेकेदार
:::::: हमारी हड़ताल शांतिपूर्वक तरीके से सफल रही है। हमने कानून की मर्यादा में रहकर सरकार के समक्ष निजीकरण का विरोध दर्शाया है। जब तक सरकार निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती, तब तक कर्मचारियों का संघर्ष जारी रहेगा। निजीकरण होने से बिजली निगम को और घाटा झेलना पड़ेगा। जिसे कर्मचारी अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।
विजयपाल जाखड़, प्रांतीय प्रवक्ता, ज्वाइंट एक्शन कमेटी
:::::: कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद भी हम जनता को निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक बिजली सप्लाई देने में कामयाब हुए हैं। कहीं पर भी बिजली सप्लाई बाधित नहीं हुई है। अगर कहीं ओवरलो¨डग की वजह से कोई फाल्ट आया भी तो उसे अनुबंधित कर्मचारियों ने शीघ्रता से ठीक किया है।
सुखबीर कंबोज, एक्सईएन, सब अर्बन डिविजन
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चार गांवों की बिजली कटौती पर भड़के गए ग्रामीण
जागरण संवाददाता, सिरसा :
हड़ताल के कारण अन्य जगहों पर तो हालात ठीक रहे मगर ¨धगतानिया व आसपास के कुछ गांवों में रात को बिजली बाधित हो गई। गांव ¨धगतानियां, बेगू, रंगड़ी व अरनियांवाली के कई किसानों ने ¨धगतानियां स्थित बिजली घर का घेराव किया और बिजली आपूर्ति बढ़ाए जाने की मांग की। किसानों ने बताया कि उन्हें रात में मात्र 3 घंटे ही बिजली की आपूर्ति की गई है, जिसके कारण उन्हें भारी परेशानी हो रही है। निगम के अधिकारियों ने विभिन्न गांवों से आए किसानों को बिजली आपूर्ति बढ़ाने का आश्वासन देकर शांत किया। उधर गांव पनिहारी के ग्रामीणों ने भी विद्युत आपूर्ति में कटौती को लेकर गांव में निगम के खिलाफ रोष जताया। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार रात्रि को हर आधे घंटे के बाद कट लगा। रात्रि में लगभग 15 बार कट लगने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने गांव में स्थित बिजलीघर के समक्ष प्रदर्शन कर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की।