वर्कलोड बना बाधा, दूसरे ब्लॉकों में लगेंगे 'अतिथि'
जागरण संवाददाता, सिरसा : अदालत के आदेश के बाद जहां शिक्षा विभाग ने अतिथि अध्यापकों को स्कूलों में
जागरण संवाददाता, सिरसा :
अदालत के आदेश के बाद जहां शिक्षा विभाग ने अतिथि अध्यापकों को स्कूलों में लगाने के लिए अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए है। वहीं विभाग की ओर से लगाई गई वर्कलोड की शर्त 'अतिथि' अध्यापकों की उनके पूर्व स्कूलों में तैनाती की राह में रोड़ा बन गई है। विभाग उन्हें उक्त शर्त का हवाला देते हुए दूसरे ब्लॉकों के स्कूलों में तैनात करवाने में जुट गया है। कुछेक अतिथि इसका विरोध करते नजर आ रहे है।
बता दें कि कुछ माह पहले जिले के 301 'अतिथि' अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था। अब कोर्ट के आदेश पर उन्हें पुन: शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में तैनात करवाया जा रहा है। शिक्षा निदेशालय द्वारा सूचना आने के बाद ही जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा वर्कलोड के आधार पर उन्हें स्कूलों में नियुक्त करवाया जा रहा है। ज्ञात रहे कि 15 जून को उक्त सरप्लस अतिथियों को हटाया गया था। तत्पश्चात धरना-प्रदर्शन एवं स्कूल पर ताला जड़कर अपना रोष व्यक्त किया था। इसके बाद अतिथियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
बॉक्स
कुछ शिक्षक ही होंगे दूसरे स्कूलों में तैनात : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश का कहना है कि जिन स्कूलों में वर्कलोड अधिक नहीं है और वहां पहले अतिथि अध्यापक थे। उन्हें दूसरे ब्लॉकों के स्कूलों में तैनात करवाया जाएगा। दो दिनों के अंदर-अंदर सभी अतिथियों की तैनाती हो जाएगी। साथ ही किसी ब्लॉक में यदि अतिथि तैनाती के लिए अधिक हो जाएंगे, वहां काउंसलिंग का सहारा लिया जाएगा। अतिथियों को किसी प्रकार की ज्वाइनिंग में दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। वह कहते है कि दूसरे ब्लॉक में तैनाती का असर कुछेक ही अतिथियों पर पड़ेगा।
---------------
बॉक्स
किया जाए नियमित : प्रधान
गेस्ट टीचर यूनियन प्रधान राधा कृष्ण का कहना है कि सरकार भले ही कोर्ट के आदेश पर नियुक्ति देने जा रही है। मगर उन्हें नियमित किया जाने का सरकार को कदम उठाना चाहिए, क्योंकि 31 मार्च 2016 के बाद उनकी सेवाएं समाप्त हो जाएंगी।