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'खाद से उत्पादन तो बढ़ा मगर गुणवत्ता खत्म हुई'

जागरण संवाददाता, सिरसा वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक, रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के प्रयोग से किस

By Edited By: Published: Wed, 02 Dec 2015 01:01 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2015 01:01 AM (IST)
'खाद से उत्पादन तो बढ़ा मगर गुणवत्ता खत्म हुई'

जागरण संवाददाता, सिरसा

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वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक, रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के प्रयोग से किसान ने उत्पादन तो बढ़ा लिया मगर अनाज की गणुवत्ता को खत्म हो गई। दिन प्रतिदिन कैंसर, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारिया व्यक्ति के जीवन का अंग बन गई है। ऐसे में ब्रहमाकुमारज द्वारा जैविक और यौगिक खेती के लिए चलाई जा रही मुहिम ही मानवता को बचा सकती है। उक्त उद्गार डीडीपीओ संजीव गोयल ने किसान सशक्तिकरण दिव्य महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि कहे।

ब्रह्माकुमारी रेखा बहन ने कहा कि संस्था द्वारा चलाया जा रहा शाश्वत यौगिक खेती अभियान एक ग्रामीण सशक्तिकरण अभियान है जिसके अन्तर्गत स्थूल खेती के साथ साथ कमरें की खेती और उसके परिणाम के बारे में जागरुक किया जा रहा है। आज अत्याधिक रसायन और पेस्टीसाइड के प्रयोग के कारण किसान अन्नदाता की बजाय विष दाता होता जा रहा है जिसके भयंकर परिणाम बीमारियों तथा व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति के नष्ट होने के रुप में हमारे सामने है। यही कारण है कि आज प्रकृति भी किसान का साथ नहीं दे रही है और धरती मा भी आसू बहा रही है। उन्होंने कहा कि आज अगर इस विषय पर गंभीरता के विचार कर इसका समाधान न किया गया तो प्राकृतिक प्रकोप का सामना करने के लिए हमे तैयार रहना होगा।


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