किसानों ने की कृषिमंत्री को बर्खास्त करने की माग
जागरण संवाददाता, सिरसा : राष्ट्रीय किसान संगठन ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के अपमानजनक बय
जागरण संवाददाता, सिरसा : राष्ट्रीय किसान संगठन ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के अपमानजनक बयान की निंदा करते हुए उन्हें बर्खास्त करने की माग की है। राष्ट्रीय किसान संगठन की एक बैठक जिला संयोजक जसबीर सिंह भाटी, मलकीत सिंह खालसा की अध्यक्षता में अनाजमंडी में हुई।
बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि यदि केंद्रीय कृषिमंत्री को बर्खास्त नहीं किया तो संगठन राष्ट्रीय स्तर पर आदोलन चलाएगा। इस बैठक में भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को वापस लेने की माग करते हुए कहा कि 2013 का कानून फिर से लागू किया जाए तथा साथ ही डॉ. शाताकुमार कमीशन की रिपोर्ट वापस लेकर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए। किसान नेताओ ने कहा कि कृषि उत्पाद पर निर्यात प्रतिबंध को तुरत हटाया जाए और विश्व बैंक से आने वाले कृषि बजट को पूरी तरह कृषि पर लगाया जाए। इसके साथ साथ किसानों को कृषि कार्य के लिए बिना ब्याज कर्ज दिया जाए और कर्ज देते समय उसे अंधेरे में नहीं रखा जाना चाहिए। उन्होने बताया कि किसान जिस बैंक से कर्ज लेता है, उसका अपना बीमा होता है लेकिन इस एवज में किसान के खाते से राशि काट ली जाती है। कर्जे के कारण किसान की जमीन नीलाम नहीं होनी चाहिए और बीज खाद आदि में मिलावट करने वाले लोगो पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। किसानों ने बताया कि आज से सात साल पहले जो बीटी बीज आया था, उस पर एक भी स्प्रे की जरूरत नहीं होती थी लेकिन आज सात स्प्रे करनी पड़ती है। डीजल पर लगे वैट को वापिस लेने की माग करते हुए किसानों ने फसल की लागत मूल्य का पचास प्रतिशत लाभ दिया जाए। किसानों ने कहा कि नरमा कपास की फसल पर इन दिनों बीमारी का प्रकोप है, जिसे दूर करने के लिए पंजाब सरकार की तर्ज पर सब्सिडी पर दवा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने किसान के बच्चों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देने की माग भी की। इस अवसर पर रत्न पाल सिंह किंगरा, मेजर सिंह गिल, ओमप्रकाश अरोड़ा, परमजीत सिंह माखा, अशोक बब्बर, जगदीश सहारण धिगतानिया, अमरजीत सिंह हवलदार, लीलाधर चौटाला, लीलाधर बलिहारा आदि किसान मौजूद थे।