हुडा प्रशासक का सिरसा दौरा, सुनी जनसमस्याएं
जागरण संवाददाता, सिरसा : हुडा की प्रशासक सुनीता वर्मा ने बृहस्पतिवार को जेई कालोनी के अदालत संबंधी क
जागरण संवाददाता, सिरसा : हुडा की प्रशासक सुनीता वर्मा ने बृहस्पतिवार को जेई कालोनी के अदालत संबंधी केस में मौके का निरीक्षण किया और इस कालोनी से संबंधित कई पहलुओं पर अधिकारियों से चर्चा की और तत्पश्चात उन्होंने विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर हुडा क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाई। हुडा प्रशासक ने संगठन के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि सभी जन समस्याओं का समाधान करवाया जाएगा और वे अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि कुछ समस्याएं स्थानीय स्तर पर हल हो सकती हैं जबकि कुछ समस्याओं के लिए मुख्यालय को लिखा जाएगा।
मकान से ज्यादा इन्हांसमेंट की राशि
हुडा प्रशासक के सामने आरएसडी बांसल व प्रदीप सचदेवा के नेतृत्व में ए से एफ ब्लाक निवासियों का प्रतिनिधिमंडल मिला। बंसल ने बताया कि जितनी मकान की कीमत है उससे अधिक तो हुडा विभाग ने उन्हें इन्हांसमेंट के नोटिस दे दिए हैं। ए से एफ ब्लाक के लोगों पर चार करोड़ रुपये का इन्हांसमेंट भेजा गया। उन्होंने कहा कि 1962 में सिरसा में मंडी टाउनशिप हुई थी जिसमें ए से एफ ब्लॉक बने हैं। 1987 में यही जगह हुडा को स्थानांतरित हो गई और तब 90 प्रतिशत से अधिक मकान बन चुके थे। तब हुडा ने सर्वे नहीं करवाया इस कारण आज भी इन्हांसमेंट के नोटिस दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह क्षेत्र नगर परिषद के अधीन किए जाने की मांग रखी।
1900 टीडीएस का घातक पानी पीते हं
हुडा सेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव राजपाल ने बताया कि हुडा सेक्टर में पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। हालांकि यहां पानी के लिए अलग से जलघर बनाया जा रहा है लेकिन जलघर का प्रोजेक्ट देरी से चल रहा है। हालात इतने खराब है कि हुडा सेक्टर में भूजल से जो सप्लाई आ रही है उसमें टीडीएस की मात्रा 1900 से अधिक है। यह पानी पशुओं के लिए भी घातक है और मानव के लिए यह और भी घातक है।
खुले में छोड़ते सीवरेज का पानी
नागरिक परिषद की ओर से सुरेंद्र भाटिया ने बताया कि हुडा सेक्टर 25 साल से आबाद है। यहां एक हजार से अधिक मकान हैं। इसके बावजूद हुडा यहां सीवरेज के पानी की निकासी नहीं कर पाया। खुले में सीवर का पानी छोड़ा जा रहा है जिससे हुडा वासियों को ही परेशानी हो रही है।
तीन साल में टूट गई सड़कें
वाल्मीकि चौक से ब्लॉक की तरफ जाने वाले रोड के सौंदर्यीकरण व टूटी सड़कों का मुद्दा भी हुडा प्रशासक के सामने उठा। हुडा प्रशासक के सामने अधिकारियों ने बताया कि तीन साल पहले सड़कें बनी थी और नियम अनुसार पांच साल से पहले मरम्मत नहीं हो सकती। यहां जलभराव से सड़कें टूटी हैं जिस पर हुडा प्रशासक ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाने के निर्देश जारी किए गए।
ये बोले अधिकारी
हुडा प्रशासक ने समस्याओं की समस्याओं के लिए अधिकारियों को मौके पर ही बुलाया हुआ था। ए से एफ ब्लाक का एरिया नगर परिषद में दिये जाने संबंधी मांग पर अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। सरकार के स्तर पर फैसला होना है। खुद फालोअप करें वे उनकी मांग भेज देंगे।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की फाइल चीफ इंजीनियर के कार्यालय में है। तीन साल से फाइल नहीं निकल रही है। अब कुछ आपत्तियां थी दूर कर दी गई हैं जल्दी ही कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
इंटरलॉक रोड बनाएंगे
अधिकारियों ने बताया कि जिस क्षेत्र में पानी ठहरता है वहां अब सड़क की बजाय इंटरलाक से रोड बनाया जाएगा ताकि पूरा रोड खराब न हो।
फोरलेन के प्रस्ताव पर काम होगा
अधिकारियों ने बताया कि हुडा चौक से पंचायत भवन की हुडा सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। इसके अलावा 60 फुटी रोड को भी डबल किया जाएगा। इसके लिए इस्टीमेट बना दिया गया है।