बिना डॉक्टर के चल रहा नशामुक्ति केंद्र
जागरण संवाददाता, सिरसा : सामान्य अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र बिना चिकित्सक के चल रहा है। विशेषज्
जागरण संवाददाता, सिरसा : सामान्य अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र बिना चिकित्सक के चल रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक का अनुबंध समाप्त हो गया और नया अनुबंध अभी तक नहीं हो पाया है। ऐसे में यहा आने वाले मरीजों का इलाज डॉक्टर की अनुपस्थिति में अब काउसलर कर रहे है। ऐसे में मरीज और उनके परिजन परेशान है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामान्य अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया। यहा आसपास के गावों से मरीज भी आने लगे। यहा एक विशेषज्ञ चिकित्सक, काउसलर और अन्य स्टाफ सदस्यों की भी नियुक्ति की गई। लेकिन अब करीब एक माह से यहा विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध नहीं है।
बताया जा रहा है कि यहा अनुबंध के आधार पर चिकित्सक की नियुक्ति की गई। अनुबंधित चिकित्सक प्रतिदिन यहा मरीजों का इलाज करते। लेकिन अब उक्त चिकित्सक का अनुबंध समाप्त हो गया जबकि नया अनुबंध अभी तक नहीं हो पाया है।
सूत्र बताते है हालाकि अस्पताल प्रशासन ने नया अनुबंध होने तक उक्त चिकित्सक से काम नियमित रूप से करने की गुजारिश की लेकिन उक्त चिकित्सक ने काम करने से मना कर दिया। अब मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिना चिकित्सक के अब या तो सामान्य बीमारियों के चिकित्सक मरीजों का इलाज करते है या फिर काउसलर काम चला रहे है। बताया जा रहा है कि नशामुक्ति केंद्र में करीब 6 से 7 लोगों का स्टाफ है, जिनमें 3 स्टाफ नर्स व 3 काउंसलर तथा दो अन्य कर्मचारी है। ये सभी कर्मचारी पिछले करीब एक पखवाड़े से चिकित्सक न होने के कारण खाली बैठे है। हालाकि काउंसलर द्वारा तो फिर भी गावों में नशामुक्ति पर सेमीनार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारी खाली बैठे है।
प्रतिदिन आते है 50 से अधिक मरीज
सामान्य अस्पताल में शुरू किए गए नशामुक्ति केंद्र में प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज ओपीडी में आते है। इससे पूर्व शहर में कोई भी सरकारी नशामुक्ति केंद्र नहीं थार, जिसके कारण लोगों को नशे की लत छोड़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब मरीजों को बिना इलाज के ही लौटना पड़ रहा है।
हा, नशामुक्ति केंद्र में चिकित्सक अभी नहीं है। पुराने चिकित्सक का अनुबंध समाप्त हो गया है। अब नये अनुबंध के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने पर पुन: प्रक्रिया चलाकर अनुबंध के आधार पर चिकित्सक की नियुक्ति की जाएगी। वैसे, मरीजों को अधिक प्रभावित नहीं हो दिया जा रहा, इलाज यहा नियमित रूप से चल रहा है।
- डॉ. सुरेद्र नैन, सीएमओ।