सुपर थर्मल पावर और बागवानी विश्वविद्यालय दोनों से सिरसा दूर
जागरण संवाददाता, सिरसा : भाजपा सरकार की पहले आम बजट से सबसे अधिक उम्मीद सिरसा के आम आदमी के जेहन मे
जागरण संवाददाता, सिरसा : भाजपा सरकार की पहले आम बजट से सबसे अधिक उम्मीद सिरसा के आम आदमी के जेहन में बनी हुई थी। वजह थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिरसा के प्रति दिखाने वाला स्नेह जिसकी झलक 11 अक्टूबर के प्रधानमंत्री के चुनावी कार्यक्रम में सिरसा में देखने को मिली थी जब प्रधानमंत्री ने कहा था कि वे जानते हैं कि सिरसा पिछड़ा हुआ है। इसीलिए इस बजट से सिरसा कई नए सपने देखता रहा लेकिन बजट में ये सब नहीं दिखा। सिरसा को भी अन्य हिस्सों की तरह ही बजट में सामान्य रूप से दर्जा मिला है।
सुपर थर्मल पावर पर भी स्थिति साफ नहीं
करीबन डेढ़ वर्ष पहले केंद्र के बिजली मंत्रालय ने सिरसा में सुपर पावर प्लांट की संभावनाओं को तलाशा था। सिरसा हरियाणा में बिजली उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बनाए जाने के लिए ही यहां की जगह को केंद्रीय मंत्रालय ने उपयुक्त विकल्प के तौर पर देखा। यहां उत्तर भारत का सबसे बड़ा पावर प्लांट थर्मल बनाया जाना था। जहां प्रतिदिन 2800 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाना है। 700-700 मेगावाट की चार विद्युत परियोजनाएं लगाए जाने के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए पानी का प्रबंध ही करना था। हरियाणा में सिवानी मंडी के पास के गांव के अलावा चिलकनी ढाब का मुआयना किया गया। इस बजट में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को आगे बढ़ने की संभावनाएं नहीं दिखी। हालांकि केंद्र ने बिजली उत्पादन के लिए प्रोजेक्ट तो रखे हैं लेकिन इनमें हरियाणा का उल्लेख कहीं नहीं है। यहां पावर प्लांट लगता तो रोजगार के नए अवसर पैदा होते और कई हजार लोगों को यहां रोजगार भी मुहैया होता। साथ ही लघु उद्योगों को भी यहां बढ़ावा मिल सकता था।
सबसे अधिक बागवानी, विश्वविद्यालय नहीं
केंद्र सरकार ने कुछ समय पहले हरियाणा में बागवानी विश्वविद्यालय बनाए जाने की घोषणा की। सिरसा में सबसे अधिक बागवानी है। विशेषकर किन्नू उत्पादन के क्षेत्र में सिरसा का कोई सानी नहीं है बावजूद इसके बागवानी विश्वविद्यालय को लेकर बजट में कुछ भी सुनने को नहीं मिला। बागवानी विश्वविद्यालय सिरसा को मिलता तो यहां बागवानी के क्षेत्र में ओर अधिक कार्य होता तथा आम किसान को इसका सीधा लाभ पहुंचता। बागवानी विश्वविद्यालय को लेकर भी बजट में चर्चा नहीं दिखी।
फूड प्रोसेसिंग यूनिट सिरसा की आवश्यकता
केंद्र सरकार सिरसा में फूड प्रोसेसिंग यूनिट देती तो यहां के किसानों को इसका सीधा लाभ पहुंचता। सिरसा किन्नू उत्पादक क्षेत्र है इसलिए यहां फूड प्रोसेसिंग यूनिट या एग्रो हब की मांग उठती रही है। इस मांग के पीछे एक तर्क यह भी है कि वेल्यू एडिशन किन्नू के उत्पाद बाजार पहुंचे तो किसान को कई गुणा लाभ मिलता और बाहर की मार्केट से सिरसा नजदीक से जुड़ता।