न स्वच्छता, न ही रखा प्रदूषण का ध्यान
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला वासियों ने दीपावली का त्योहार उत्साह से मनाया। खूब पटाखे फोड़े और खुशिय
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला वासियों ने दीपावली का त्योहार उत्साह से मनाया। खूब पटाखे फोड़े और खुशिया मनायी। विश्वकर्मा दिवस पर भी समाजसेवी संस्थाओं और मंदिर ट्रस्टों की ओर से अन्नकूट भंडारों का भी आयोजन किया गया। लेकिन जिला वासियों और अधिकारियों ने न तो स्वच्छता और न ही प्रदूषण की ओर ध्यान दिया।
दीपावली के त्यौहार पर जिलेभर में लोगों ने पटाखे फोड़े। इससे चारों तरफ कचरा-ही-कचरा दिखाई दिया। लोगों ने स्वच्छता अभियान की ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया। गलियों, सड़कों और विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे फोड़े। आतिशबाजी से कचरा फैला लेकिन इसकी सफाई की सुध किसी ने भी नहीं ली। ऐसे में शुक्रवार को शहर में कचरा-कचरा ही नजर आने लगा।
भंडारों से भी फैला कचरा
शुक्रवार को विश्वकर्मा दिवस पर शहर में विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और मंदिर ट्रस्टों की ओर से भंडारों का भी आयोजन किया गया। लंगर-भंडारों में लोगों ने भोजन ग्रहण किया। लेकिन स्वच्छता का ध्यान यहा भी नहीं रखा गया। लोगों ने भंडारों में खाना खाकर खाली प्लेटें-दोने-पत्तल वहीं फेंक दिए। इसके बाद जानवर खाली प्लेटों में मुंह मारते नजर आए।
प्रदूषण फैलाने का भी किया काम
शहरवासियों ने पटाखे तो फोड़े ही, साथ ही शहरी क्षेत्रों में पड़े कचरे को आग भी लगा दी। इससे प्रदूषण फैला। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीपावली पर चलाए गए पटाखों और आतिशबाजी से पर्यावरण प्रदूषण का लेवल 800 से 1200 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के स्तर तक पहुंचा है। इसके अलावा शहर में एकत्र हुए कूड़े में भी कुछ लोगों ने आग लगा दी, जिससे धुआ-धुआ फैला।
यहां रखा स्वच्छता का ध्यान
सदर थाना रहा चकाचक
भले ही शहर में कचरा ही कचरा फैला हो लेकिन पुलिस इस संबंध में जागरूक नजर आई। सदर थाना पुलिस ने स्वच्छता का खास ख्याल रखा और यहा शुक्रवार को सफाई की गई। ऐसे में यहा जरा भी कचरा नजर नहीं आया।
'दीपावली पर कर्मचारियों से ड्यूटी से अधिक काम लिया गया। ऐसे में दीपावली के बाद शुक्रवार को कुछ कर्मचारियों को विश्राम दिया गया। इसके बावजूद शहरी क्षेत्र में कर्मचारियों को सफाई के लिए लगाया गया है। हालाकि कूड़ा बाद में एकत्र किया जाएगा लेकिन शहरी में कचरा नहीं रहने दिया जाएगा।'
- बीएन भारती, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद