सबसे अच्छी मित्र है पुस्तकें : वीसी
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय पुस्तक मेला बृहस्पतिवार से शुरू हुआ। वीसी डा. राधेश्याम शर्मा ने पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर सीडीएलयू के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
नवनिर्मित एमपी हॉल में आयोजित पुस्तक मेले के उद्घाटन अवसर पर वीसी डा. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि पुस्तकें विद्यार्थियों की सबसे अच्छी मित्र है और इनके द्वारा प्राप्त किए गए ज्ञान को कोई भी नहीं चुरा सकता है। प्रत्येक विद्यार्थी को अपने पाठ्यक्रम की पुस्तकों के अलावा अन्य सामान्य ज्ञान की पुस्तकों का गहन अध्ययन करना चाहिये। किसी भी शिक्षण संस्थान की पहचान वहा के विद्यार्थियों व वहा के पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की गुणवता से आकी जाती है। डा. शर्मा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में ई-पुस्तकों को भी पाठकों द्वारा विशेष रूप से पसंद किया जाता है। इंटरनेट के माध्यम से सूचनाओं का महासागर विद्यार्थियों के सामने उपलब्ध है। लेकिन इलेक्ट्रॉनिक सूचनाओं की विश्वसीनयता को जाचने में पर परागत पुस्तकें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस प्रकार के मेले व प्रदर्शनिया शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। शिक्षाविदों व पुस्तक प्रेमियों को इस प्रकार की प्रदर्शनियों से साहित्य के क्षेत्र में हो रही नवीन गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलती है।
डा. शर्मा ने कहा कि उनका प्रयास है कि सीडीएलयू को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों व शोधार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की साहित्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना उनकी प्राथमिकता है। प्रदर्शनी में पहले दिन दिल्ली व जयपुर के 30 प्रकाशकों ने अपनी लाखों पुस्तकें लगाई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर प्रवीण अगमकर, प्रोफेसर सुरेश गहलावत, प्रोफेसर अनु शुक्ला, डा. रविंद्र पाल,डा. राजकुमार सिवाच, डा. अभय गोदारा व डा. सुरेंद्र कुंडू, डा. रोहताश, डा. कमलजीत, डबवाली कॉलेज के प्राधानाचार्य डा. पीके गर्ग, ऐलनाबाद से इंद्रजीत ढंीगडा, रतिया से हरभगवान चावला व फतेहाबाद से डा. पूनम मिगलानी ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
एक सप्ताह में पुस्तकें उपलब्ध करना के निर्देश
वीसी ने पुस्तकालय अध्यक्ष डा. माया को निर्देश दिए कि विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों द्वारा सुझाई गई पुस्तकें आगामी एक सप्ताह के अंदर पुस्तकालय में होनी चाहिए। इस अवसर पर कुलपति ने विभिन्न प्रकाशकों द्वारा लगाये गए स्टॉलों का मुआयना किया।