सफाई व्यवस्था व अवैध कब्जे पर प्रदर्शन
संवाद सूत्र, ओढा : गाव ख्योंवाली में अनुसूचित जाति की धर्मशाला पर गाव के कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत को अवैध कब्जे की जानकारी होने के बावजूद भी इस विषय में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। जिससे खफा ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धर्मशाला को कब्जा मुक्त करवाने व इसकी उचित देखरेख करने की माग उठाई है।
वार्ड नम्बर 6 व 7 के ग्रामीण निहाल सिंह, पृथ्वी राज, फकीर चंद, मक्खन राम, धनपत, हेतराम आदि ने बताया कि उनके वार्ड में अनुसूचित जाति के लोगों के लिए बनाई गई धर्मशाला पर मोहल्ले के लोगों ने कब्जा जमा रखा है। यही नहीं उक्त लोगों ने अपने घरों के सामने धर्मशाला की दीवार को तोड़कर रास्ते बना रखे हैं। शरारती तत्वों ने धर्मशाला के लोहे का मुख्य गेट तोड़ कर अंदर फेंक दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस बारे उन्होंने कई बार सरपंच रीना बिरट को अवगत करवा दिया लेकिन उन्होंने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते कब्जाधारियों के हौसले बुलंद हो चुके है। उन्होंने बताया कि धर्मशाला पर कब्जा होने के कारण उसमें कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं कर सकते है। वार्ड के लोगों ने धर्मशाला को कब्जा मुक्त करवाकर इसकी मरम्मत करवाने की माग की है।
सफाई व्यवस्था भी चरमराई
निर्मल ग्राम योजना के तहत गाव ख्योंवाली को स्वच्छता के लिए भले ही हरियाणा सरकार पुरस्कृत कर चुकी हो लेकिन गाव की जमीनी हकीकत कुछ ओर ही सच बया कर रही है। सफाई व्यवस्था को लेकर वीरवार को ग्रामीणों ने गाव में दो जगहों पर रोष प्रदर्शन किया। पहला प्रदर्शन वार्ड 6 व 7 में हुआ जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि यहा पर सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। वार्ड में गली की नालिया सफाई के अभाव में गंदगी से अटी पड़ी है जिस कारण गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही। वार्ड में जमा कीचड़ से मकानों की दीवारों में भी सीलन आ चुकी है। वार्ड में कीचड़ की बदबू से लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। पंचायत द्वारा कोई कदम न उठाए जाने से रुष्ट वार्ड के लोग स्वयं करने को मजबूर हैं। महिला कमलेश रानी, रेशमा देवी ने बताया कि उनकी गलियों की नालिया बंद पड़ी है और गंदा पानी उनके घरों के मुख्य गेट तक पहुच रहा है। जिससे बीमरिया फैलने का भय बना हुआ है। दूसरा प्रदर्शन बाहरी फिरनी लकड़ावाली रोड पर किया गया, जिसमें ग्रामीण कपिल देव, साहब राम, बहादर राम, तेजवीर, सुरजीत, अमन कुमार, राजेन्द्र कुमार, विकास, रविन्द्र आदि ने बताया कि पिछले छह माह से गाव की नालियों की सफाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सड़क के साथ गुजरने वाला मुख्य नाला घास फूस व कचरे से अटा पड़ा है जिसको पंचायत ने कभी भी साफ नहीं करवाया है। उन्होंने कहा कि ग्राम सरपंच सफाई की जिम्मेवारी लेने को तैयार नहीं है। जब इस बारे वे सरपंच रीना बिरट के पास गए तो उन्होंने कहा कि ग्रामीण इस बारे लिखित में दें, वे शिकायत को आगे भेज देंगे। जब इस बारे ग्राम सरपंच से दूरभाष पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
मुझे इस बारे अभी पता नहीं है, अगर सरकारी इमारत पर कब्जा है और सफाई व्यवस्था का अभाव है तो वे पता कर उचित कदम उठाएंगे।
-राजेश शर्मा, बीडीपीओ ओढा