तेजधार हथियार से काट डाला
जागरण संवाददाता, सिरसा : रानियां रोड स्थित गांधी आश्रम वाली गली में सोमवार आधी रात को अज्ञात लोगों ने एक व्यक्ति पर तेजधार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है।
गांधी आश्रम वाली गली में रहने वाले 30 वर्षीय कमल जैन डेरी का काम करता था। साथ ही पशुओं की खरीद बिक्री भी करता था। तीन मंजिला मकान में रहने वाले कमल जैन के साथ उसकी पत्नी, दो बच्चों के अलावा माता, पिता और दो अविवाहित भाई भी साथ रहता था। बताया जा रहा है कि पशुओं को रखने के लिए उसने जगह दूसरी गली में अपने एक पड़ोसी से उधार में ले रखी थी। हर रोज कमल जैन पशुओं को देखने के लिए दो से ढ़ाई बजे के बीच डेयरी जाता रहा है। सोमवार रात को भी वह पशुओं को देखने के लिए डेयरी जाने के लिए घर से निकला था। डेयरी के पास कुछ दूरी पर अज्ञात लोगों ने कमल जैन पर हमला कर दिया। जिसमें उसके सिर पर गहरी चोट लगी है। इस घटना में उसके दायें भाग का कान व शरीर का दूसरा हिस्सा कट गया। आवाज सुनकर कमल जैन के चाचा घर से बाहर निकले। तब तक सभी आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। बुरी तरह घायल कमल जैन को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन खून अधिक बह जाने के चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
किसी से दुश्मनी नहीं थी : कमल के पिता
कमल जैन के पिता सतेंद्र जैन का कहना है कि उनकी किसी से भी दुश्मनी नहीं है और न ही कमल की किसी से भी दुश्मनी थी। कमल शांत स्वभाव का था। काम खत्म करने के बाद वह घर में ही रहा करता था। किसी से ज्यादा बातचीत भी उसकी नहीं होती थी। वह किसी पर भी शक जाहिर नहीं करना चाहते। इस मामले में पुलिस खुद जांच कर रही है।
छह माह के मासूम के सिर उठ गया पिता का साया
भाई कपिल ने बताया कि कमल की शादी परिवार के मर्जी से दिल्ली में हुई है। कमल के दो छोटे-छोटे लड़के हैं। पहला लड़का 2 साल का है जबकि छोटा मात्र छह माह का है।
शक के घेरे में ऑटो चालक
जहां पर कमल जैन की हत्या हुई वहां मात्र पांच कदम की दूरी पर एक ऑटो चालक घर के आगे बने चबूतरे पर सोया हुआ था। वह घटना स्थल से इतनी दूरी पर था कि खून के छीटें भी वहां पर पड़े हुए हैं। इस घटना के तुरंत बाद ऑटो चालक वहां से गायब हो गया। ऑटो चालक कहां पर गया इसकी जानकारी अभी तक किसी को नहीं है।
किराये पर रहता था ऑटो चालक
ऑटो चालक मनीष किराये के मकान में रहता था। बताया जा रहा है कि करीब 35 वर्षीय मनीष बिहार के किसी जिले का रहने वाला है। सिरसा में काफी सालों से रह रहा था। उसकी पत्नी गांव में ही रहती है। यहां पर वह अकेले रहता था। मकान मालिक इंदिरा शर्मा ने बताया कि किराये पर रखने से पहले उसने ऑटो चालक से लंबी पूछताछ नहीं की थी। चार दिन पहले मनीष ने कहा घर के अंदर गर्मी काफी लग रही है इसलिए एक पंखा दे दो। लेकिन पंखा नहीं होने की वजह से उसने कहा कि वह घर के आगे बने चबूतरे पर सो जाया करे। अब वह कहां गया उसे भी इसकी जानकारी नहीं है।
चाभी लगी रह गई, स्टार्ट नहीं हुआ ऑटो
घटना के बाद ऑटो को स्टार्ट करने की कोशिश की गई है। क्योंकि ऑटो में सबेरे तक चाभी लगी हुई थी और स्टार्टर को खींचा हुआ है। जांच के बाद पुलिस ने ऑटो से चाभी निकालकर मकान मालिक को दे दिया। हो सकता है ऑटो चालक डर से फरार हो गया हो या उसने भी हमलावर हथियार के बल पर अपने साथ ले गये हो।