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दूसरों परचालान, खुद के लिए मेहरबान

By Edited By: Published: Wed, 16 Apr 2014 10:43 PM (IST)Updated: Wed, 16 Apr 2014 10:43 PM (IST)
दूसरों परचालान, खुद के लिए मेहरबान

जागरण संवाददाता, सिरसा : नियमों की पालना करवाने का जिम्मा जिस पुलिस विभाग पर है, सिरसा में वही पुलिस विभाग नियमों को तोड़ रहा है। पुलिस के अधिकांश वाहन बिना बीमा के सड़क पर दौड़ रहे है। बिना बीमा सड़क पर वाहन लाना ही अपराध है। शोरूम से नया वाहन निकलने से पहले बिना करवाना जरूरी है।

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यातायात नियमों के अनुसार कोई भी वाहन बिना बीमा के सड़क पर नहीं आ सकता। वाहन का थर्ड पार्टी बीमा तो कानूनी रूप से अनिवार्य है। किसी हादसे की स्थिति में पीड़ित पक्ष को राहत दिलाने के लिए थर्ड पार्टी बीमा अनिवार्य किया गया है। बिना बीमा सड़क पर आए वाहन को पुलिस विभाग द्वारा इंपाउंड कर लिया जाता है।

जानकारी के अनुसार सिरसा पुलिस के पास लगभग 100 वाहन है, जिनमें चार बड़ी बसें, पांच कैदी वाहन, एक बज्र वाहन, तीन दर्जन से अधिक जिप्सियां, दो दर्जन लाइट व्हीकल व शेष मोटरसाइकिल है। इनमें से कुछ जिप्सियों व कैदी वाहन का ही बीमा है और शेष वाहन बिना बीमा के ही सड़क पर दौड़ रहे है। पुलिस महकमे में यह स्थिति पिछले छह माह से बनी हुई है। बावजूद इसके पुलिस विभाग इस मामले में आंखें मूंदे है। उसे नियमों की कोई परवाह नहीं है।

कौन देगा मुआवजा, एक सवाल

पुलिस विभाग के गैर-बीमित वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की स्थिति में मुआवजा कौन दे, में पेच फंस सकता है। मुआवजा अकसर बीमा कंपनी द्वारा अदा किया जाता है। गैर-बीमा की स्थिति में मुआवजा कौन अदा करेगा, यह बड़ा सवाल है। थर्ड पार्टी बीमा की स्थिति में पीड़ित पक्ष को बीमा कंपनी से मुआवजे की अदायगी की जाती है। यहां तो परिस्थितियां ही उल्टी है, इसकी वजह से मुआवजे की राशि पुलिस महकमे को अदा करनी पड़ सकती है जो बीमा राशि से कई गुणा महंगी साबित होगी।

बीमा न होने पर है वाहन इंपाउंड करने का प्रावधान

यातायात पुलिस द्वारा उन वाहनों को जब्त कर लिया जाता है जिनका बीमा नहीं होता। पुलिस की ओर से उन वाहनों का भी चालान किया जाता है जिनका बीमा दो-चार दिन लेट हो जाता है। सिरसा पुलिस द्वारा हर वर्ष हजारों वाहनों का बिना न होने पर लाखों रुपये का जुर्माना वसूला जाता है।

जाचं करवाएंगे : एएसपी

सहायक पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा ने बताया कि ऐसा नहीं हो सकता। यदि ऐसा है तो वे मामले की जांच करवाएंगे।

बजट आ गया है : एओ

पुलिस विभाग के अकाउंट आफिसर ने बताया कि बजट के अभाव की वजह से पुलिस वाहनों का बीमा नहीं हो पाया था। अब बजट आ गया है, इसलिए सभी को हिदायतें दी गई है कि बीमा करवा लिया जाए। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह में गैर बीमित वाहनों का करवा लिया जाएगा।


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