आपको पता है क्या होता है Hepatitis B, इस शख्स ने एेसे झेला दर्द और फिर छेड़ दी मुहिम
करीब चार सालों तक Hepatitis B का दर्द महसूस करने के बाद सुरेंद्र ने वह कदम उठाया जिससे कि कोई भी व्यक्ति इस दर्द का सामना न करे।
जेएनएन, रोहतक। करीब चार सालों तक Hepatitis B का दर्द महसूस करने के बाद सुरेंद्र ने वह कदम उठाया जिससे कि कोई भी व्यक्ति इस दर्द का सामना न करे। आज स्थिति यह है कि वह न केवल Hepatitis B के लिए लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं, बल्कि दिल्ली सरकार ने उन्हें अपने सरकारी स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम करने के लिए अनुबंध किया है।
अब उनका उद्देश्य पूरे देश के लोगों को Hepatitis B के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें इसके दर्द से मुक्ति दिलाना है। बताया जा रहा है कि बीमारी के फ्री इलाज के लिए भी वह भारत सरकार को अपनी प्रजेंटेशन दे चुके हैं। करीब नौ साल पहले खरखौदा के गांव रबडा निवासी सुरेंद्र शर्मा का जीवन ठीक चल रहा था। इसी बीच सितंबर 2010 में उनके भाई नरेंद्र ने किसी जरूरतमंद को रक्तदान करने के लिए रक्त की जांच कराई तो इसमें Hepatitis B की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्होंने अपने भाई इंजीनियर सुरेंद्र शर्मा से इस बीमारी के बारे में जिक्र किया तो उन्हें भी इसका विश्वास नहीं हुआ।
भाई के आग्रह पर जब उन्होंने अपने रक्त की जांच कराई तो उन्हें भी Hepatitis B पॉजिटिव पाया गया। उन्हें बताया गया कि यह बीमारी उनकी आनुवांशिक है। जिसके चलते जांच में उनकी मां में भी इसकी पुष्टि हुई। इसके बाद सुरेंद्र ने अपने परिवार और अपनी बीमारी को करीब चार साल तक सहन किया। हालांकि उपचार के बाद इन्हें राहत मिली तो उन्होंने तय किया कि जिस दर्द को उनके परिवार ने झेला है वह किसी और को न सहन करना पड़े।
उन्होंने गुरुग्राम में नौकरी करते हुए वर्ष 2015 में ही मलिन बस्तियों, गांवों, स्कूलों में जाकर लोगों को बीमारी के बारे में जागरुक करना शुरू कर दिया। इसके बाद वर्ष 2017 में नौकरी छोड़कर पूरी तरह से लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठा लिया। इसके बाद उन्होंने एक एनजीओ रजिस्टर्ड कराते हुए मुहिम को बड़े स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए।
पत्नी ने भी दिया पूरा सहयोग
सुरेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी चंचल ने भी उनकी इस मुहिम में पूरा सहयोग दिया। चंचल पहले आर्मी में बतौर हेड कांस्टेबल तैनात थी, लेकिन उन्होंने अपनी नौकरी से वीआरएस लेकर दिल्ली में शिक्षक की नौकरी ज्वाइन की और घर खर्च और उनकी जेब खर्च चलाने में मदद की। जिसके चलते उन्होंने अपने भाई नरेंद्र के साथ मिलकर रन फाउंडेशन बनाकर लोगों को Hepatitis B के बारे में जागरूक करने के लिए बड़ा कदम उठाया।
Hepatitis B का इलाज फ्री कराने की मुहिम
सुरेंद्र ने बताया कि उन्होंने पूरे देश में Hepatitis B का इलाज फ्री कराने की मुहिम शुरू की है। इसके लिए उन्होंने गत दिनों भारत सरकार के प्रतिनिध मंडल के समक्ष एक प्रजेंटेशन दी है। जिस पर सरकार द्वारा विचार विमर्श किया जा रहा है। संभव है कि अगले चार से पांच माह में पूरे देश में उक्त बीमारी के इलाज को फ्री कर दिया जाएगा।