Move to Jagran APP

सात को चंडीगढ़ विधानसभा कूच में भाग लेगा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी : शर्मिला

जागरण संवाददाता, रोहतक : सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर आगामी सात मार्च को चंडीगढ़ विधानस

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Feb 2017 07:33 PM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 07:33 PM (IST)
सात को चंडीगढ़ विधानसभा कूच में भाग लेगा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी : शर्मिला
सात को चंडीगढ़ विधानसभा कूच में भाग लेगा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी : शर्मिला

जागरण संवाददाता, रोहतक :

loksabha election banner

सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर आगामी सात मार्च को चंडीगढ़ विधानसभा कूच मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी पंजाब के समान वेतनमान की मांग को लेकर बड़ी संख्या में भाग लेंगे। यह जानकारी हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन हमसा के राज्य प्रधान महेंद्र प्रताप गुलिया उप प्रधान शर्मिला देवी ने संयुक्त रूप से दी।

उन्होंने बताया कि मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी गत पांच वर्षो से पड़ोसी राज्य पंजाब की तर्ज पर वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलनरत है। वर्तमान भाजपा सरकार ने भी एक नवंबर 2014 से पंजाब के समान वेतनमान लागू करने का दृढ़ संकल्प किया था लेकिन ढाई साल बीत जाने के बाद भी पंजाब के समान वेतनमान को सरकार ने आज तक लागू नहीं किया गया है। सातवें वेतन आयोग ने भी मिनिस्ट्रीयल स्टाफ को प्रतिमाह मात्र 800 रुपये की बढ़ोतरी का तोहफा दिया है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के सभी विधायक व मंत्री पंजाब की तुलना में दो गुणा ज्यादा वेतन लेकर जनहितैषी बनकर वाहवाही लूट रहे हैं। अब मिनिस्ट्रीयल स्टाफ ने आंदोलन को तीखा करते हुए सात मार्च को चंडीगढ़ विधानसभा कूच में भाग लेने का फैसला लिया है। इसके साथ ही जब तक पंजाब के समान वेतनमान लागू नहीं हो जाते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदेश सरकार लगातार तुगलकी फरमान जारी कर मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारियों पर भार लादते जा रहे हैं। विभागों में हजारों पद वर्षों से खाली पड़े हैं कोई भी भर्ती नहीं की जा रही है, एक ही कर्मचारी को तीन कर्मचारियों का काम करना पड़ रहा है। छुट्टी के दिन भी दफ्तरों को लगाने के फरमान सरकार द्वारा जारी किए जा रहे हैं। आंदोलन के सिवाए ओर कोई रास्ता शेष नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.