शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी: जैन
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास, सूचना, जनसंपर्क और भाषा व कला एव
जागरण संवाददाता, रोहतक :
शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास, सूचना, जनसंपर्क और भाषा व कला एवं सांस्कृतिक मंत्री कविता जैन ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को शिक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने एक साथ 22 महिला महाविद्यालयों की स्थापना की है। कविता जैन शनिवार को रामनगर में स्थित शिक्षा भारती विद्यालय में शिशु वाटिका के वार्षिकोत्सव में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रही थीं। मंत्री जैन ने शिक्षा भारती समिति को अपने स्वैच्छिक कोष से तीन लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उत्सव में प्रस्तुति देने वाले 214 बच्चों को 25 हजार रुपए देने की घोषणा भी की।
निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का संदेश देकर देश की वर्तमान पीढ़ी को जागृत किया है और इसका परिणाम हमारी आने वाली भावी पीढि़यों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों से ही सृष्टि आगे बढ़ती है। एक बेटी के शिक्षित होने से तीन परिवार शिक्षित होते है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह गहना है जो हमें जीवन में तरक्की के रास्ते पर आगे ले जाता है। समाज से ¨लग भेद को मिटाने का आह्वान करते हुए कहा कि बेटा और बेटी में अंतर न करके उन्हें एक समान रखकर ही समाज में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि आज हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है। उन्होंने पहलवान साक्षी मलिक का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारी बेटी साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
इससे पहले बच्चों ने पानी बचाने के लिए दी गई प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर हम पानी को नहीं बचाएगें तो हम आने वाली पीढि़यों को क्या देंगे।
उन्होंने बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने की सीख देते हुए कहा कि छोटे बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं, जिस प्रकार कुम्हार कच्ची मिट्टी को मन चाहे रूप में ढाल देता है। उसी प्रकार हम भी बच्चों के मन पर जो छाप छोड़ेगें, बच्चे जीवन में वैसा ही बनेगें। हमें बच्चों को नैतिक संस्कार जरूर देने चाहिए।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष अजय बंसल, सेवानिवृत्त प्रोफेसर सुदर्शन ¨धगड़ा, शिक्षा भारती समिति रोहतक के अध्यक्ष चंद्र सेन जैन, शिक्षा भारती समिति के सचिव अनुराग जैन, कोषाध्यक्ष वेद सेतिया, प्रबंधक डॉ. विजेंद्र गोयल, प्राचार्य डॉ. निर्मल पोपली, समिति सदस्य ¨पक प्रभा, र¨वद्र सक्सेना, मनीष जैन, आरके अवस्थी, मनीष शर्मा मौजूद रहे।