गंगा नगर का शिव मंदिर
संवाद सहयोगी, महम : शहर के साथ लगते गांव गंगानगर के बीचों बीच तालाब के साथ बना शिव मंदिर गांव वासियो
संवाद सहयोगी, महम : शहर के साथ लगते गांव गंगानगर के बीचों बीच तालाब के साथ बना शिव मंदिर गांव वासियों की श्रद्धा का केंद्र बनता जा रहा है। आज से 11 साल पहले बने इस मंदिर की नींव क्षेत्र के जाने माने शिवानन्द धर्मार्थ चिकित्सालय एवं आश्रम के गद्दीनसीन स्वामी निरंजन गिरी द्वारा रखी गई थी। तब से लेकर आज तक यह मंदिर हर वर्ष दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति करता रहा है। यहां पर हर साल शिवरात्रि को कावड़ चढ़ाने व जलाभिषेक करने वाले शिव भक्तों की भीड़ उमड़ जाती है।
शिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। दूर-दूर से श्रद्धालु आकर यहां कर कांवड़ चढ़ाते हैं। अबकी बार भी शिवरात्रि के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई है। रात 12 बजे ही मंदिर में जलाभिषेक करने वालों की भीड़ शुरू हो जाएगी। पूरा दिन मंदिर में मेले जैसा माहौल रहेगा। मंदिर में हमेशा ही साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है, जगह-जगह कूड़ेदान रखवा दिए जाते हैं।
इतिहास
मंदिर के पुजारी महेश ने बताया कि यह गांव कभी खरकड़ा से आकर बसा था। यहां के लोग खरकड़ा स्थित बाबा श्योतनाथ के मंदिर की पूजा करते थे। यहां आने के बाद बाबा श्योतनाथ मंदिर से ज्योति लाकर यहां पर प्रज्जवलित की थी तब से इस मंदिर में पूजा हो रही है।
विशेषता
गंगानगर स्थित शिव मंदिर तालाब के किनारे होने से इसकी शोभा देखते ही बनती है। शाम के समय डूबते सूर्य की परछाई नजारा बदल देती है।
वर्जन
शिवमंदिर में शिवरात्रि के दिन भंडरा लगाया जाता है। अबकी बार बीस जुलाई को शुरू हो जाएगा जो 21 जुलाई को शिवरात्रि तक चलेगा।
महेश, पुजारी।