अब हर साल होगा दीक्षांत समारोह!
जागरण संवाददाता, रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के 1976 में शुरू होने के बावजूद महज 16वां दीक्ष
जागरण संवाददाता, रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के 1976 में शुरू होने के बावजूद महज 16वां दीक्षांत समारोह होने पर राज्यपाल प्रो. कप्तान ¨सह सोलंकी ने एतराज जताया। विश्वविद्यालय के इतिहास को बताते हुए कहा कि 1976 में रोहतक विश्वविद्यालय बना, लेकिन अगले साल इसका नाम हुआ महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय। 1983 में यूजीसी से मंजूरी के साथ ही विश्वविद्यालय के इतिहास पर प्रकाश डाला।
हालांकि राज्यपाल ने अचरज जताते हुए कहा कि हर साल क्यों नहीं होता है दीक्षांत समारोह। पांच साल बाद हो रहे दीक्षांत समारोह पर भी आपत्ति जताई। कहा कि हम इतने वर्षों के अंतराल के बाद बताते हैं कि उन्हें क्या करना है? राज्यपाल ने एमडीयू के वीसी प्रो. बीके पूनिया से हुई वार्ता का जिक्र करते हुए कहा कि वीसी ने उत्साहित होकर अगले साल के दीक्षांत समारोह की तारीख घोषित करने की मंजूरी मांगी है। छात्र-छात्राओं से भी कहा कि जिस तरीके से वीसी उत्साहित हैं, उसी तरह आपको उत्साहित होकर विश्वविद्यालय का नाम ऊंचा करना है। इसके साथ ही राज्यपाल ने हर साल दीक्षांत समारोह कराने को कहा है। बता दें कि प्रो. पूनिया के कार्यकाल का यह पहला दीक्षांत समारोह है। इससे पहले पांच साल पहले नौ अप्रैल 2012 को दीक्षांत समारोह हुआ था। समारोह के दौरान आयोजित किया गया था।
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