सीआइए के ड्राइवर पर तानी पिस्टल, एसआइ को लगाया चाकू
जागरण संवाददाता, रोहतक : आम लोगों को लूटने के लिए रोड पर खड़े बदमाशों ने सीआइए की गाड़ी को ही लूटने के
जागरण संवाददाता, रोहतक : आम लोगों को लूटने के लिए रोड पर खड़े बदमाशों ने सीआइए की गाड़ी को ही लूटने के इरादे से रुकवा लिया। सीआइए-वन के चालक की कनपटी पर पिस्टल तान दी और एसआइ विनोद कुमार की गर्दन पर चाकू रख दिया। जब सीआइए-वन की टीम ने बदमाशों को बताया कि वह पुलिस है तो आरोपी भागने लगे। टीम ने कड़ी मशक्कत करने के बाद आरोपियों को पकड़ लिया। रविवार को सभी आरोपियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से सभी को सुनारिया जेल भेज दिया गया।
दरअसल, सीआइए-वन के प्रभारी इंस्पेक्टर जगबीर ¨सह को सूचना मिली कि कुछ बदमाशों ने एक पिक-अप गाड़ी को चमारिया गांव के समीप रोड पर लगाया हुआ है और यहां से जो भी गुजरेगा, उसी के साथ यह बदमाश लूटपाट करेंगे। बताया गया कि ये बदमाश बड़ी वारदात को भी अंजाम दे सकते हैं। जिसके बाद सीआइए-वन के एसआद विनोद को इन बदमाशों को पकड़ने के लिए लगाया गया। एसआइ विनोद ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ चमारिया के उस रोड पर पहुंच गए। जैसे ही वह पिक-अप गाड़ी के पास पहुंचे तो बदमाशों ने उनकी गाड़ी को रुकवा लिया और सीआइए के ड्राइवर की कनपटी पर पिस्टल तान दी। वहीं एसआइ विनोद की गर्दन पर चाकू लगा दिया। जब बदमाशों को पता चला कि वह पुलिस है तो वह भागने लगे, लेकिन बदमाशों को पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने नाम अमित उर्फ मीता निवासी बांध पानीपत, अजित निवासी गांव बरौणा हाल गांव बोहर, मोहन निवासी आर्य नगर गोहाना, प्रवीण निवासी महादेव नगर गन्नौर व रामकिशन निवासी ककाना भादरी सोनीपत बताए। आरोपियो के पास से एक चाकू, एक खिलौनानुमा पिस्तौल, एक रॉड, एक पिक-अप गाड़ी मिली है।
यह है आरोपियों का अपराधिक इतिहास
सीआइए-वन ने जांच की तो पता चला कि अमित के खिलाफ 12 केस दर्ज है। जिनमे एक हत्या का, चार भैंस चोरी के, बाकि लड़ाई झगड़े के है। जिनमें से कई मुकदमे सोनीपत, पानीपत आदि जिलों में दर्ज हैं। आरोपी 2 महीने पहले ही जेल से जमानत पर आया था। मोहन की खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हैं। चार भैंस चोरी, एक लड़ाई झगड़े व एक अभियोग आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज हैं। अजित के खिलाफ आठ मुकदमे बाइक चोरी के दर्ज हैं। रामकिशन के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज हैं। जिनमे हत्या के दो, एक हत्या के प्रयास का व चार चोरी के हैं।