महम खंड को 25 दिसंबर तक खुले में शौचमुक्त करने का दावा
जागरण संवाददाता, रोहतक : महम खंड के लोगों ने जिला प्रशासन को 25 दिसंबर तक खुले में शौचमुक्त करने
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महम खंड के लोगों ने जिला प्रशासन को 25 दिसंबर तक खुले में शौचमुक्त करने का संकल्प लिया है। यह दावा हकीकत में बदलेगा, यह तो 25 दिसंबर के बाद ही तय होगा। अतिरिक्त उपायुक्त ने बुधवार को खंड के छह गांवों का दौरा किया और लोगों से इस मुद्दे पर चर्चा की। अतिरिक्त उपायुक्त ने महम ब्लॉक के मदीना कोरसान व मदीना ¨गदराण के अलावा खेड़ी महम, फरमाना बादशाहपुर, फरमाना खास व बेड़वा का दौरा करके ग्रामीणों से सीधा संपर्क साधा।
उन्होंने कहा कि खुले में शौच जाना हमारे दैनिक जीवन का सबसे निकृष्ट हिस्सा है। इसके कारण मन आत्मग्लानि से भर जाता है। अगर सुबह की शुरूआत आत्मग्लानि या कुंठा से होती है तो पूरी दिनचर्या नष्ट हो जाती है। मनुष्य का आत्मविश्वास ही उसकी पूंजी है।
एडीसी ने जब ग्रामवासियों को खुले में शौचमुक्त करने की प्रक्रिया व संकल्प की तिथि 31 दिसंबर बताई तो फरमाना बादशाहपुर के सरपंच आशीष ने सभी ग्रामवासियों की ओर से यह आश्वासन दिया कि वे तो इस तारीख से पहले ही 25 दिसंबर तक अपने-अपने गांव को खुले में शौच से मुक्ति दिला देंगे। इस पर एडीसी ने कहा कि इस प्रकार के हौंसलों को हमारा नमन है और निकट भविष्य में ऐसे गांव व पंचायतें सम्मानित भी किए जाएंगे। इस पर ग्रामवासियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे अपने गांव की ही लोकल कमेटियां बनाकर इस बीमारी से मुक्ति पाने में सामाजिक सद्भाव के तहत कार्य करेंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि इस प्रकार की कमेटियां बनाना एक सुखद लक्षण है तथा ऐसी कमेटियों में नौजवानों तथा स्कूल के छात्रों के अलावा महिलाओं को भी सम्मिलित किया जाए ताकि ये पूरे भारत में एक इतिहास बने कि ग्रामीणों ने एक ऐसा पवित्र कार्य किया है। उन्होंने गीता जयंती के उपलक्ष्य में ग्रामवासियों से ये पवित्र कार्य मां गीता को साक्षी मानकर जल्द से जल्द करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर जिला सलाहकार नीतू हुड्डा, जिला परियोजना संयोजक रामअवतार शर्मा, खंड समन्वयक रणबीर हुड्डा उपस्थित थे।