जागरण बिजनैश : माइग्रेन का करवाएं होमियोपैथी पद्यति से इलाज : डॉ. रहमान
जागरण संवाददाता, रोहतक : दिल्ली बाइपास रोड स्थित डॉ. बत्तरा होमियोपैथी क्लीनिक की डॉ. रहमान के अन
जागरण संवाददाता, रोहतक :
दिल्ली बाइपास रोड स्थित डॉ. बत्तरा होमियोपैथी क्लीनिक की डॉ. रहमान के अनुसार माइग्रेन सिर में होने वाले सबसे तेज दर्दो में से एक है। इसकी वजह से सिर और कान के पीछे के हिस्से में असहनीय दर्द का अनुभव होता है। माइग्रेन एक प्रकार का न्यूरोवेस्कुलर विकार है जिसमें सिर में रूक-रूक कर दर्द होता है। हालांकि माइग्रेन के समय मस्तिष्क की सटीक क्रियाविधि की जानकारी नहीं है लेकिन ऐसा माना जाता है कि माइग्रेन के समय दिमाग में रक्त का संचार बढ़ जाता है जिससे व्यक्ति को तेज सिरदर्द होने लगता है।
उन्होंने बताया कि माइग्रेन का दर्द आमतौर पर सिर के एक सिरे से या कभी-कभी बीचों-बीच से या पीछे की तरफ से उठता है जो दो से लेकर 72 घंटों तक बना रहता है। कभी यह रह-रहकर कई हफ्तों या महीनों तक या फिर सालों तक खास अंतराल में उठता है। माइग्रेन का दर्द होने पर नींद सही से नहीं आती है। थकान महसूस होती है पर नींद नहीं आती। माइग्रेन के दौरान पीड़ित की भावनाएं बहुत तेजी से बदलती हैं। वह कभी ज्यादा उग्र और कभी ज्यादा शांत हो जाते हैं।
माइग्रेन अकसर तनाव के कारण होता है। लेकिन कई अन्य वजहें भी है जिनकी वजह से माइग्रेन हो सकता है जैसे तनाव के कारण माइग्रेन का दर्द सबसे ज्यादा होता है।
जो लोग दिन-रात काम में लगे रहते है या पढ़ते रहते हैं, उन्हें माइग्रेन की समस्या सबसे ज्यादा होती है। तेज धूप या ठंडी हवा में भी माइग्रेन का दर्द उठता है। माइग्रेन का दर्द, तापमान बढ़ने, अधिक नमी वाले स्थानों पर ज्यादा जल्दी होता है। रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया से भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है। घंटों तक खाली पेट रहने के कारण गैस की समस्या और सिर में दर्द होने लगता है।