अवैध वसूली नहीं ग्राहकों की मर्जी से लिया तय अतिरिक्त चार्ज
जागरण संवाददाता, रोहतक शहर में संचालित ई-दिशा केंद्रों पर अवैध वसूली के आरोपों के विरोध में संच
जागरण संवाददाता, रोहतक
शहर में संचालित ई-दिशा केंद्रों पर अवैध वसूली के आरोपों के विरोध में संचालक उतर आए हैं। नगर निगम हाउस की बैठक के लिए भी एक पार्षद ने एजेंडा लगाया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि करीब छह माह पूर्व सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर चार लाख रुपये की वसूली हुई थी। इसलिए इस रकम को जमा कराकर सामाजिक कार्यों में लगाया जाए। ई-दिशा केंद्र संचालकों ने इन आरोपों को पूरी तरह गलत बताया है।
केंद्र संचालकों ने अपना पक्ष रखते हुए यशपाल हुड्डा ने बताया कि जाति प्रमाण-पत्र के अलावा जो भी दस्तावेज ई-दिशा केंद्र से बनाए जाते हैं, वह कलर से लेकर ब्लैक एंड वाइज होते हैं। जाति प्रमाण-पत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि ब्लैक एंड वाइड के 30 रुपये तय हैं, जबकि कलर कॉपी यदि कोई ब्लैक एंड वाइड के अतिरिक्त चाहता है तो इसके लिए अतिरिक्त ग्राहक को बताकर 30 रुपये लिए जाते हैं। यह फीस भी सरकार की तरफ से निर्धारित है। इसलिए किसी भी संचालक या फिर कहीं भी इस तरह की शिकायतें हैं वह पूरी तरह से गलत हैं। इनका यह भी दावा है कि ऐसे आरोप लगाकर कि संचालकों की तरफ से चार लाख रुपये की वसूली की गई है और यह रकम जमा कराई जाए तो यह भी आरोप गलत लगाया जा रहा है।