एमसीआइ ने हरियाणा काउंसिल को दिए जांच के आदेश
जागरण संवाददाता, रोहतक : काला पीलिया की दवाई रेट पर हो रही कालाबाजारी पर फार्मासिस्ट की शिकायत पर
जागरण संवाददाता, रोहतक :
काला पीलिया की दवाई रेट पर हो रही कालाबाजारी पर फार्मासिस्ट की शिकायत पर इंडियन मेडिकल काउंसिल (एमसीआइ) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। एमसीआइ ने जांच के लिए हरियाणा एमसीआइ को लिखा है। जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। बता दें कि इस मामले में पहले ही हरियाणा एमसीआई सिविल सर्जन रोहतक को जांच के लिए पत्र लिख चुका है। पत्र में दो सप्ताह में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। एक फार्मासिस्ट ने पीजीआइएमएस की एक महिला डॉक्टर और एक निजी अस्पताल डॉक्टर पर अनैतिक उपचार के आरोप लगाए हैं।
मेडिकल मोड़ स्थित फार्मासिस्ट दीपक शर्मा ने एमसीआइ और स्टेट एमसीआइ को शिकायत दी थी। शिकायत में पीड़ित ने लिखा था कि वह श्रींग फार्मा के नाम से मेडिकल स्टोर चलाता है। उसका हॉलसेल का कार्य है। वह सामान्य वर्ग के लिए काला पीलिया की दवाइयां हरियाणा सरकार द्वारा तय रेट पर बेचता है। आरोप है कि पीजीआइ की एक महिला डॉक्टर और निजी अस्पताल का डॉक्टर काला पीलिया की मंहगी दवाई लिखते हैं। साथ ही मुफ्त होने वाली जांच के पैसे वसूलते हैं। 18 मई को निजी अस्पताल का डॉक्टर महंगी दवाइयां लिखते हुए और जांच के नाम पर पैसे लेते हुआ पकड़ा गया था। वहीं महिला डॉक्टर पर कमिशन का आरोप है। पीड़ित का दोनों डॉक्टर पर कमिशन मांगने और धमकी देने का भी आरोप हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने नहीं की जांच
दीपक शर्मा ने इस बारे में एक शिकायत स्वास्थ्य विभाग हेडक्वार्टर को भी भेजी थी। जब दो महीने में विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं, तो दीपक शर्मा ने आरटीआइ के माध्यम से शिकायत पर कार्रवाई के बार में जानकारी मांगी, जिसमें डीजीएचएस ने बताया कि इस मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग को जांच के आदेश दे दिए है। यहां पता लगा कि जिला स्वास्थ्य विभाग को अगस्त महीने में ही जांच पत्र मिल गया था, लेकिन विभाग ने जांच नहीं की। विभाग मामले की जांच दबाएं बैठा है।