बिजली निगम की मनमानी से परेशान हुए सांपलावासी
संवाद सहयोगी, सांपला : बिजली निगम की मनमानी इन दिनों क्षेत्र के ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। अघोषित
संवाद सहयोगी, सांपला : बिजली निगम की मनमानी इन दिनों क्षेत्र के ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। अघोषित बिजली कटों व असमय दी जाने वाली बिजली सप्लाई से ग्रामीण खासे परेशान हैं। न दिन में बिजली आने का शेड्यूल है और न रात में। हालत यह है कि जिस समय बिजली निगम कर्मचारियों का मन करता है बिजली की सप्लाई दी जा रही है। दिलचस्प बात यह है कि दिन में दो घंटे दी जाने वाली बिजली के शेड्यूल में गड़बड़ी कर अब उन्होंने ग्रामीणों को ही आपस में उलझाना शुरू कर दिया है, ताकि बिजली कटौती की ओर ध्यान ही ना जाए।
बिजली निगम की ओर से ग्रामीण क्षेत्र में 14 से 16 घंटे बिजली सप्लाई के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत में इससे आधे समय भी बिजली सुचारू रूप से नहीं दी जा रही है। बिजली निगम कर्मचारियों की मनमानी को लेकर ग्रामीण विभाग के आलाधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन महज आश्वासन के कुछ नहीं मिल रहा है।
अब हालत ऐसे हो गए हैं कि ग्रामीण समझ नहीं पा रहे हैं कि वे अपना दुखड़ा किसे सुनाएं। यूं तो बिजली कर्मचारियों की मनमानी ग्रामीणों के लिए कोई नई बात नहीं। मगर हाल समय में बिजली निगम ने शेड्यूल के नाम पर मनमानी कर प्रताडित करना शुरू कर दिया है।
मनमाने तरीके से बदल दिया हसनगढ़ फीडर का शेड्यूल
ताजा मामला सांपला पावर हाउस के तहत हसनगढ़ फीडर का है। बिजली निगम की ओर से दिन के समय लोड के हिसाब से गांवों के लिए हर सप्ताह अलग-अलग शेड्यूल की व्यवस्था की गई है। हसनगढ फीडर पर यह शेड्यूल 11 से दोपहर एक बजे व दोपहर एक से तीन बजे का है। यह शेड्यूल हर सप्ताह सोमवार को बदलता है। गर्मी का मौसम है, इस शेड्यूल के हिसाब से हर गांव को दोपहर के समय राहत मिल जाती है। मगर पिछले तीन सप्ताह से हसनगढ फीडर के कर्मचारी इसे धत्ता बताकर मनमानी कर रहे हैं।
गांव समाचाना के बिजली शेड्यूल में भी किया बदलाव
बिजली कर्मियों ने पिछले तीन सप्ताह पहले बृहस्पतिवार को गांव समचाना की बिजली एक बजे की बजाए 11 बजे देनी शुरू कर दी। जब ग्रामीणों ने इस बाबत पूछा तो उन्हें बताया गया कि ऊपर के आदेश हैं, अब सोमवार की बजाए बृहस्पतिवार को शेड्यूल बदला जाएगा। मगर तीन बृहस्पतिवार और चार सोमवार बीत चुके हैं, समचाना के ग्रामीणों का कोई शेड्यूल नहीं बदला जा रहा। उन्हें 11 बजे वाले शेड्यूल में ही बिजली दी जा रही है, जबकि समचाना के शेड्यूल की बिजली सांठ-गांठ कर हसनगढ़-बरोना को दी जा रही है।
दिन में दो घंटे आती है बिजली
ग्रामीणों का आरोप है कि पूरे दिन में दो घंटे बिजली आती है उसमें भी कई बार कट लगते हैं। इसी तरह शाम को भी बिजली कटौती की जा रही है। दावा 14 घंटे से ज्यादा समय के लिए बिजली देने का किया जा रहा है मगर, आठ से दस घंटे बिजली आपूर्ति ही की जा रही है। इस बारे कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई गई मगर कोई भी सुनने को राजी नहीं है। बिजली अधिकारी उन्हें तोड-फोड ओर धरने-प्रदर्शन के लिए उकसा रहे हैं, जबकि ग्रामीण ऐसा कोई काम करना नहीं चाहते।
कहते हैं उपर का आदेश है
ग्रामीणों का कहना है कि हसनगढ पावरहाऊस पर तैनात निगम कर्मचारी कहते हैं कि उनके पास ऊपर से आदेश हैं, अब समचाना वाली लाइन पर 11 बजे ही बिजली दी जाएगी। हसनगढ़ बरोना को एक बजे दी जाएगी।
वर्जन
कोई ऊपर का कोई आदेश नहीं है। सोमवार को ही शेड्यूल बदलने का नियम है। शेड्यूल बदलना चाहिए था वे इस मामले की जांच करेंगे।
-दलबीर वर्मा, एसडीओ, बिजली विभाग।