नाना-नानी के घर एक घंटे तक रूकी साक्षी
अजय रोहज, सांपला : रियो ओलंपिक में कांस्य पदक लेकर स्वदेश लौटने पर प्रदेश की लाडली साक्षी मलिक को
अजय रोहज, सांपला :
रियो ओलंपिक में कांस्य पदक लेकर स्वदेश लौटने पर प्रदेश की लाडली साक्षी मलिक को लोगों ने बुधवार को पलकों पर बैठा लिया। क्या आम व क्या खास हर कोई लाडली साक्षी के इंतजार में सुबह ही इंतजार में पलक बिछाए बैठा था। साक्षी मलिक को उसके नाना रिसाल ¨सह के घर पर ग्रामीणों के साथ आसपास के गांव से आए मौजूद लोगों ने नकद इनाम देकर सम्मानित किया और नोटों की मालाओं से अपनी लाडली को ढक दिया। साक्षी ने मामा के घर पर ही अपने रिश्तेदारों से गुफ्तगू की। हर कोई अपनी भांजी व नातिन की उपलब्धि पर गदगद था तथा उसकी एक झलक पाने व उसे छूने के लिए लालायित था। हर कोई साक्षी के साथ फोटो ¨खचवाने के लिए भागदौड़ कर रहा था। साक्षी ने अपने नाना के घर पर करीब एक घंटा बिताया। इससे पहले साक्षी मलिक का काफिला सुबह करीब दस बजकर 54 मिनट पर पहुंचा तो जिले की सीमा में घूसने के बाद एडीसी के नेतृत्व में प्रशासनिक के अधिकारियों ने उसका बुक्का भेंट करके स्वागत किया। इसके बाद साक्षी मलिक खुले वाहन में सवार हुई जिसके साथ उसके पिता सुखबीर, मां सुदेश व भाई सहित अन्य परिजन भी थे। टोल प्लाज के से शुरू हुआ काफिले का पूर्वी बाइपास पर सीडीपीओ कार्यालय की तरफ से स्वागत किया गया तो बेरी चौक पर महेंद्रा ट्रैक्टर एजेंसी प्रबंधन सहित कॉलेज छात्राओं सहित अन्य लोगों ने अपनी बेटी का स्वागत किया। इसके बाद साक्षी का काफिला उसके नौनीहाल इस्माइला में पहुंचा, जहां अपनी भांजी का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। साक्षी का गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने नोटों की मालाओं के साथ नकद इनाम देकर सम्मान किया तथा ढोल नगाड़े के साथ उसके नाना के घर तक लेकर गए। साक्षी मलिक की जीत पर इस्माइला में महिलाएं ढोल की थाप पर जमकर थिरकी। साक्षी मलिक की एक झलक पाने के लिए ग्रामीण सुबह से ही इंतजार कर रहे थे। नाना के घर से करीब घंटे भर के ठहराव के बाद काफिला रोहतक की तरफ रवाना हुआ, जहां रास्ते में गांधरा मोड़ पर सरपंच के पति सोनू मलिक के नेतृत्व में 51 हजार रुपये से स्वागत किया। इसके बाद गांव खरावड़ में खरावड़ के सरपंच बिजेंद्र मलिक के नेतृत्व में कई गांव के ग्रामीणों ने साक्षी का फूल व नोटों की मालाओं सहित स्मृति ¨चह देकर सम्मान किया। तेज बरसात के बीच सम्मानित होकर साक्षी मलिक रोहतक के लिए रवाना हो गई।
मामा को किया वादा साक्षी ने किया पूरा
साक्षी ने शुरुआत में जब कुश्ती करनी शुरू की थी तो उसके मामा इस्माइला निवासी राजेश खत्री ने नाराजगी जताई थी। नहरी विभाग में उच्च पद पर तैनात राजेश खत्री ने साक्षी मलिक को कुश्ती के क्षेत्र में जाने के पीछे देहात में लड़कियों के कुश्ती प्रति नजरिया था। यह बात साक्षी मलिक को नाना रिसाल ¨सह ने जागरण से बात करते हुए कही। रिसाल ¨सह का कहना था कि राजेश ने समाज में महिलाओं की कुश्ती के प्रति नजरीये को देखते नाराजगी जताई थी, लेकिन साक्षी ने अपने मामा से वादा किया था कि वह ऐसा कर दिखाएगी जो किसी ने नहीं किया है। साक्षी के लगातार प्रदर्शनों के बाद राजेश भी खुश था तथा साक्षी ने मामा से किया हुआ वादा रियो ओलंपिक में पदक जीतकर पूरा कर दिया है।
इन्होंने किया साक्षी का स्वागत
साक्षी मलिक का टोल प्लाजा पर सबसे पहले एडीसी प्रदीप कुमार, एसडीएम डॉ. मुनीष नागपाल,महेंद्रपाल, तहसीलदार सुभाष जून ने किया तो पूर्वी बाइपास पर सीडीपीओ बबीता तोमर सहित अन्य स्टाफ ने स्वागत किया। इसके बाद बेरी चौक पर सुखमेंद्र खत्री, युद्धवीर ¨सधू, ज्ञान ¨सह सहित अन्य ने स्वागत किया तो इस्माइला में लीला ठेकेदार, काला सरपंच राजा खत्री, डॉ. अनिल छिक्कारा, प्रवीन कोच, जोगेंद्र कोच व जगरूप सहित अन्य सैकड़ों लोगों ने स्वागत किया। इसके बाद गांधरा मोड़ पर सरपंच पति सोनू मलिक सहित अन्य ग्रामीणों ने नकद इनाम देकर सम्मानित किया। वहीं गांव खरावड़ में चमन ऋषि मंदिर परिसर में सरपंच बिजेंद्र मलिक, महिपाल कारौर, बीडीपीओ नरेश छिक्कारा सहित कई गांव से आए ग्रामीणों ने साक्षी का जोरदार स्वागत किया।
कई लोगो की कटीं जेबें
साक्षी मलिक के स्वागत समारोह के दौरान इस्माइला व खरावड़ गांव में जेब कतरों की जमकर मौज रही। जेब कतरों ने इस्माइला में आधा दर्जन ग्रामीणों की जेबों पर हाथ साफ किया। सबसे ज्यादा नुकसान सरपंच पति काला ठेकेदार की जेब से करीब 90 हजार रुपये साफ कर ले गए तो अन्य की जेबों से भी हजारों की नकदी सहित मोबाइल फोन निकाल ले गए। वहीं खरावड़ गांव में भी सरपंच बिजेंद्र मलिक की जेब से भी भीड़ का फायदा उठाते हुए जेबकतरा करीब 30 हजार रुपये की नकदी पर हाथ साफ कर ले गया।