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नगर निगम के अफसरों ने ही फर्जी तरीके से बेच दी जमीन

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर की झंग कालोनी में नगर निगम के एक पार्क को निगम के ही कुछ अफसरों ने शहर

By Edited By: Published: Mon, 30 May 2016 01:01 AM (IST)Updated: Mon, 30 May 2016 01:01 AM (IST)
नगर निगम के अफसरों ने ही फर्जी तरीके से बेच दी जमीन

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर की झंग कालोनी में नगर निगम के एक पार्क को निगम के ही कुछ अफसरों ने शहर के कुछ व्यापारियों के साथ मिलकर बेच डाला। इसकी शिकायत हुई तो जांच में पाया कि निगम अफसर और जमीन को खरीदने वाले व्यापारी दोषी है। जांच में मामला सही पाए जाने पर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर ने नगर निगम के पूर्व बि¨ल्डग इंस्पेक्टर, ड्राफ्टमैन और इओ समेत छह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। हालांकि नगर निगम के जो तीन लोग नामजद हुए है, उनमें से एक बि¨ल्डग अफसर अभी भी नगर निगम में नौकरी कर रहे है। वहीं दो कर्मचारी रिटायर हो चुके है।

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इस तरह से बेची जमीन

कई साल पहले रोहतक नगर निगम में बि¨ल्डग इंस्पेक्टर देवेंद्र ¨सह, ड्राफ्ट मैन ओमप्रकाश, इओ एके जैन हुआ करते थे। शहर के रहने वाले व्यापारी कुलभूषण जैन, उनके बेटे यशभूषण जैन और मनोज जैन ने शहर की झंग कालोनी में पड़ी नगर निगम की जमीन को अपना बताया। आरोप है कि इन लोगों ने निगम अफसरों से मिलीभगत करके व एक फर्जी रजिस्ट्री तैयार कराकर जमीन को अपने नाम करा लिया। जमीन मनोज जैन के नाम हुई, जो गुड़गांव के रहने वाले है। जिस समय इस 500 गज जमीन पर उक्त व्यापारी कब्जा करने लगे तो शहर के ही एक व्यापारी नवीन बहल ने इसका विरोध कर दिया। उन्होंने सीधे ज्वाइंट कमिश्नर को शिकायत कर दी और अपनी शिकायत में कहा कि यह जमीन नगर निगम की है और उसकी जांच कराई जाए। जिसके बाद इसकी जांच लंबी चली और जांच में मामला सही पाए जाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

कोर्ट में भी चला था केस

जिस समय नवीन बहल ने इसकी शिकायत की तो मामला कोर्ट में भी चला गया था। नवीन बहल ने बताया कि नगर निगम कोर्ट से भी केस को जीत चुका था, लेकिन आरोपियों ने फिर भी इस जमीन पर अपना हक जमाकर रखा। अभी तक मामले की नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर इसकी जांच कर रहे थे। जांच में पाया कि निगम अफसरों की मिलीभगत से ही जमीन को व्यापारियों के नाम कराया गया है।

शहर में कई स्थानों पर जमीन पर कर चुके कब्जा

नगर निगम की जमीन के संबंध में शिकायत करने वाले नवीन बहल का कहना है कि वह लिखकर भी देने को तैयार है कि शहर के कुछ लोगों ने शहर की कई सरकारी जमीनों पर कब्जे किए हुए है। उनके पास झंग कालोनी की इस जमीन का सबूत उनके पास था तो उन्होंने इसलिए उनकी शिकायत कर दी थी। बाकि जमीनों के उनके पास सबूत नहीं है। आरोप है कि कुछ लोग जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराते है और उसके बाद लाखों करोड़ों रूपये में फैसला कर लेते है।

वर्जन

जांच में खुलासा हुआ है कि जमीन को फर्जी तरीके से बेचा गया है। इसलिए एफआइआर कराई गई है। उनका कहना है कि बि¨ल्डग इंस्पेक्टर देवेंद्र अभी भी नौकरी में है। वहीं दो पूर्व कर्मचारी है। जो वर्तमान में नौकरी कर रहे है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। इसलिए जल्द ही देवेंद्र के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। मेरे पास इस पब्लिक पार्क की इस जमीन को लेकर शिकायत आई थी। जिसकी मैने जांच कराई। जांच में मामला सही पाया गया तो रिपोर्ट दर्ज कराई है।

-अर¨वद मल्हान, ज्वाइंट कमिश्नर, नगर निगम।

जिस समय मुझे पता लगा कि झंग कॉलोनी में पड़ी जमीन को नगर निगम की है और इस जमीन को निगम के अफसरों ने फर्जी तरीके से कुछ व्यापारियों को बेच दिया है। उसके बाद मैने सीधे ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम को शिकायत की थी। जिसकी जांच हुई और जांच में मामला सही पाया गया। मुझे खुशी है कि आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज हुई है

नवीन बहल, शिकायत करने वाले व्यापारी

ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम ने कुछ नगर निगम अफसरों और व्यापारियों के खिलाफ धोखाधड़ी करके जमीन कब्जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। अभी पूरे मामले की स्टडी करनी है। उसके बाद पता चलेगा कि मामला सही है या नहीं

एसआइ अनिल कुमार, जांच अधिकारी।


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