इस बार मुकम्मल है तैयारी
जागरण संवाददाता, रोहतक : हाईकोर्ट से जाट आरक्षण पर स्टे के बाद पांच जून को दी गई आंदोलन की चेतावनी क
जागरण संवाददाता, रोहतक : हाईकोर्ट से जाट आरक्षण पर स्टे के बाद पांच जून को दी गई आंदोलन की चेतावनी को लेकर इस बार अफसर ज्यादा सतर्क हैं। खुफिया महकमे की सूत्रों की मानें तो इस बार आंदोलन से निपटने के लिए पहले के मुकाबले बेहतर तैयारी है। इस बार पहले ही पैरा मिलिट्री फोर्स और आरएएफ को बुला लिया गया है। वहीं शहर और सांपला, कलानौर जैसे कस्बों में पुलिस का फ्लैग मार्च चल रहा है। पुलिस अफसर भी जाट नेताओं के संपर्क में है।
यह थी पहले आंदोलन की तैयारी
सांपला में जिस समय आंदोलन शुरू हुआ और जाम लगाया गया तो अफसरों ने पहले जाट नेताओं से बातचीत करके हल करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी तो अफसरों ने सख्ती दिखाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी कामयाब नहीं हुआ। जिसका सबसे बड़ा कारण जिले में फोर्स नहीं होना था। उस समय जिला अकेले पुलिस के हवाले था। यहां पर सीआरपीएफ की दो कंपनी थी। जो आंदोलनरत लोगों को नहीं रोक सकी थी। जिस समय ¨हसा हुई, उस समय पुलिस बल उपद्रवियों पर काबू नहीं कर सका। 14 फरवरी 2015 को आंदोलन सांपला से शुरू हुआ था। 16 में शहर में आ गया था और 18 तारीख की शाम को आगजनी और लूटपाट शुरू हो गई थी। इस दौरान पुलिस अपने थानों के अंदर ताला लगाकर बैठी थी और उपद्रवी सड़कों पर थे।
इस बार ही यह है तैयारी
एसपी शशांक आनंद ने बताया कि इस बार आंदोलन को हिंसक नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से बात करके पहले ही अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया है। जिसमें जिले में पैरा मिलिट्री और आरएएफ की दो दो कंपनी और इसके अलावा स्थानीय पुलिस बल की भी टीमें बना दी गई है। वहीं पहले प्रशासनिक और पुलिस अफसरों के बीच तालमेल ठीक नहीं था। इस बार ऐसा नहीं है। प्रशासनिक और पुलिस अफसरों के बीच बेहतर तालमेल है। वहीं सांपला और रोहतक में लगातार फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है।