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छात्रों ने दागे सवाल, अधिकारी झांकने लगे बगले

जागरण संवाददाता, रोहतक : स्टेट यूनिवर्सिटी आफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आ‌र्ट्स में प्रशासन और अभिभाव

By Edited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 02:13 AM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 02:13 AM (IST)
छात्रों ने दागे सवाल, अधिकारी झांकने लगे बगले

जागरण संवाददाता, रोहतक :

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स्टेट यूनिवर्सिटी आफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आ‌र्ट्स में प्रशासन और अभिभावकों की मी¨टग में छात्रों ने एक के बाद एक करके डेढ़ दर्जन सवाल दागे, लेकिन यूनिवर्सिटी अधिकारी एक भी सवाल का सही ढंग से जवाब नहीं दे सके। इससे जहां यूनिवर्सिटी प्रशासनिक अधिकारियों की जमकर किरकिरी हुई, वहीं विद्यार्थियों को अपने ऊपर हावी होने का मौका भी दे दिया। अभिभावक व छात्र पूरी तैयारी के साथ सवालों की लंबी फेहरिस्त लेकर मी¨टग में पहुंचे तो अधिकारी आधी-अधूरी तैयारियों के साथ ही वहां मौजूद रहे। यहीं कारण है कि मी¨टग तीन घंटे चली और कोई समाधान भी नहीं हो पाया।

छात्रों का सवाल : वर्ष 2011 में जब से संस्थान शुरू हुआ, तब से लेकर कितनी डिग्रियां विद्यार्थियों को दी गई?

प्रशासन : गोलमोल जवाब दिया

सवाल : कितने विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन नंबर आनलाइन दर्ज हुए

जवाब : अधिकारी नहीं दे सके जवाब

सवाल : यूनिवर्सिटी के चार एचओडी के नाम बताएं

जवाब : कुलपति इधर-उधर झांकने लगे

सवाल : बीएफए की फीस एमडीयू की 16000 रुपये है, लेकिन 52000 क्यों ली जाती है

जवाव : नहीं मिला कोई बेहतर जवाब

सवाल : मास्टर डिग्री अगले सत्र में शुरू करने का वादा किया, इस बार क्या कर रहे हैं

जवाब : डिग्री देने के लिए एमडीयू से बातचीत चल रही है, समाधान किया जाएगा

सवाल : परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया, लेकिन सिलेबस अभी तक पूरा नहीं हुआ

जवाब : जो सिलेबस हुआ है, उसी में से परीक्षा ली जाएगी

सवाल : शैक्षणिक टूर नहीं भेजे जा रहे जबकि फीस ली गई है

जवाब : जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान टूर नहीं भेजे जा सके, फीस आगामी टूर में एड कर दी जाएगी

सवाल : आर्ट मैटिरियल, आर्ट प्रदर्शनी, स्टूडेंट्स फंड के नाम पर 11 हजार रुपये कहां खर्च हो रहे है

जवाब : मैटिरयिल पर खर्च हो रहा है, सेमिनार में भी काफी खर्च होता है

सवाल : बच्चों को कला दिखाने के लिए कौनसा बड़ा प्रोग्राम कराया गया, जिसके पैसे लिए गए, इस तरह के इवेंट तो स्कूल कालेज में भी होते हैं

जवाब : इवेंट करवाते रहते हैं, गेस्ट फैकल्टी भी बुलाई गई, जिनकी संख्या 29 है

सवाल : इंटिरियर डिजाइन में फैकल्टी नहीं है, परीक्षा कैसे होगी, पेपर कौन तैयार करेगा

जवाब : गेस्ट फैकल्टी लगाने की प्रक्रिया चल रही है

सवाल : यूनिवर्सिटी में काफी फैकल्टी के पद खाली है

जवाब : फैकल्टी के पद भरने की प्रक्रिया चल रही है, शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा

सवाल : दो-तीन कोर्स बंद करने की योजना है

जवाब : छात्रों का रूझान कम है, ऐसे में बंद करने में ही यूनिवर्सिटी का फायदा है। अगर छात्रों का दाखिला होता है तो कोर्स बंद नहीं होंगे

नोट : सवाल विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों की तरफ से किए गए थे जबकि जवाब यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अश्वनी संभ्रवाल, डीन डीएस कपूर, सभी विभागों के अध्यक्ष और प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से बारी-बारी से किए गए थे।

इनकी बनी कमेटी

एसडीएम डॉ. मुनीष नागपाल ने बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने के लिए पांच अभिभावक और पांच विद्यार्थियों की एक कमेटी गठित की गई और यूनिवर्सिटी अधिकारियों के साथ अलग से बैठक करवाई। अभिभावकों की तरफ से संजय पूनिया, राजबीर राज्याण, सुरेखा, रोहताश शर्मा, प्रेम तथा छात्रों की तरफ से ¨प्रस, ऋषा, आदित्य, ¨रकू, अक्षित और विकास को कमेटी में लिया गया। इस बैठक में कुलपति अश्वनी संभ्रवाल, डीन डीएस कपूर और सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहें।

एंबुलेस की व्यवस्था कराने का दिया आश्वासन

छात्राओं ने एसडीएम के समक्ष देर-सवेर स्वास्थ्य खराब होने पर इलाज की व्यवस्था नहीं होने की बात रखी। कई बार छात्राओं की तबियत खराब हुई है, उनको अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं है। इसके अलावा कैंपस में छात्राओं के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। एसडीएम ने छात्राओं को कैंपस में एंबुलेंस की व्यवस्था करवाने के साथ-साथ सुरक्षा के खास इंतजाम कराने का भरोसा भी दिलाया।

सोमवार को बनाएंगे दोबारा से रणनीति

छात्र अनिल शर्मा का कहना है कि एसडीएम डॉ. मुनीष नागपाल की मौजूदगी में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है। 26 मई तक का समय दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद सोमवार को दोबारा से मी¨टग करके आगामी रणनीति बनाई जाएगी। हड़ताल खत्म हो गई है। अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी मांगों को सकारात्मक ढंग से पूरा नहीं किया तो छात्र दोबारा से आंदोलन पर जा सकते हैं।

वर्जन

विद्यार्थियों की सभी समस्याओं का समाधान कराने के लिए अग्रसर है। लेकिन विद्यार्थियों को भी गरिमा में रहकर अपनी पढ़ाई करनी चाहिए। यूनिवर्सिटी में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाया जाएगा।

अश्वनी संभ्रवाल, कुलपति, सुपवा।


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