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दीपक की रोशनी में चमका सोना

जागरण संवाददाता, रोहतक : गुवाहाटी में शुरू हुए 12वें एशियन गेम 2016 में पहली बार देसी खेल खो-खो क

By Edited By: Published: Sat, 13 Feb 2016 01:20 AM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2016 01:20 AM (IST)
दीपक की रोशनी में चमका सोना

जागरण संवाददाता, रोहतक :

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गुवाहाटी में शुरू हुए 12वें एशियन गेम 2016 में पहली बार देसी खेल खो-खो को सम्मिलित किया गया। भारत की टीम के कोच की भूमिका रोहतक के दीपक सैनी ने निभाई और भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। दीपक ने खो-खो का खेल सैनी स्कूल के खो-खो सेंटर पर खेलना शुरू किया था। साई के कोच सतपाल ¨सह ने उनकी प्रतिभा को निखारा और 1995 से खेलना आरंभ करके 1996 में पहली बार स्कूल नेशनल खेला।

28 बार हरियाणा राज्य सब जूनियर, जूनियर व सीनियर वर्ग में टीम सदस्य के रूप में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया व अनेक बार टीम के कप्तान के रूप में जिम्मेदारी निभाई। 1999 में हरियाणा राज्य खो-खो संघ की ओर से बेस्ट खिलाड़ी का खिताब दिया गया। जनवरी 2008 में ऑल इंडिया अंतर विवि खो-खो प्रतियोगिता में मदवि की टीम का कप्तान के रूप में नेतृत्व करते हुए स्वर्ण पदक दिलाया। 12वीं साउथ एशियन गेम में भारतीय खो-खो पुरुष टीम द्वारा स्वर्ण पदक हासिल करने पर हरियाणा खो-खो संघ के महासचिव सुभाष रूहिल ने खिलाड़ियों व प्रबंधक को बधाई दी।

दीपक के साथियों व अध्यापकों ने जताई खुशी

सैनी स्कूल के खो-खो मैदान में दीपक सैनी के साथ खेलने वाले सभी खिलाड़ियों में सुंदर, विकास, जसवंत, नवीन, गुलशन, सतीश, ललित, मनोज, सुशील, सविता, राखी, मौसम, कपिल, मंजीत, संदीप, धर्मपाल, कृष्ण सैनी आदि खिलाड़ियों तथा अध्यापकों में प्राचार्य धर्मबीर सैनी, कृष्ण गो¨वद, राजेश सैनी, राधेश्याम सैनी, राजेंद्र मलिक, उधम ¨सह सैनी और रमेश गुप्ता आदि ने दीपक की उपलब्धि पर खुशी जताई।


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