हैवानियत की हद से तोड़ा था पीड़िता ने दम
जागरण संवाददाता, रोहतक : द¨रदगी और हैवानियत के मामले में दिल्ली निर्भया केस की हद पार कर देने वाले म
जागरण संवाददाता, रोहतक : द¨रदगी और हैवानियत के मामले में दिल्ली निर्भया केस की हद पार कर देने वाले मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस द्वारा अदालत में पेश गए किए 508 पेज के आरोप पत्र में पीड़िता की मौत का कारण नुकीले पत्थर और सीमेंट की चादर से की गई हैवानियत दर्शाया गया है। इससे पहले द¨रदगी के बाद सबूत मिटाने के लिए ईंट से कुचलकर पीड़िता की हत्या का दावा किया जा रहा था। पुलिस ने संगीन मामले में कुल 50 गवाह बनाए हैं। इनमें परिजन, आम गवाह, पुलिस, डाक्टर और एफएसएल एक्सपर्ट शामिल हैं।
गत एक फरवरी को चिन्योट कालोनी स्थित मकान से निकलकर रास्ता भटकी अशक्त युवती की द¨रदगी और हैवानियत की सनसनीखेज वारदात में पुलिस ने बृहस्पतिवार को सात आरोपियों के खिलाफ दोबारा आरोप पत्र दाखिल किया था। इससे पहले पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था। जिसे अदालत ने एक आरोपी की आयु का फैसला न होने के कारण स्वीकार नहीं किया था। अब पुलिस रिपोर्ट में भी नेपाली आरोपी के नाबालिग साबित होने पर पुन: आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप पत्र में सबसे महत्वपूर्ण बात यह सामने आई कि पीड़िता की मौत ईंट से सिर कुचलकर नहीं हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों ने एक नुकीले पत्थर और सीमेंट की चादर के टुकड़े से द¨रदगी और हैवानियत की हद पार की थी। इससे पीड़ित के शरीर के नाजुक अंगों में गंभीर और गहरे जख्म हुए थे। इससे उसने दम तोड़ दिया था।
ये बनाए गए हैं 50 गवाह
एक नायब तहसीलदार
छह डाक्टर
25 पुलिसकर्मी
तीन परिवार के लोग
एक मधुवन डायरेक्टर
चार मोबाइल कंपनी के कर्मी
दस आम पब्लिक व अन्य गवाह