जागरण का धन्यवाद करते हुए नगर निगम ने उतारा फटा हुआ तिरंगा
जागरण संवाददाता, रोहतक : भारत की आन-बान-शान राष्ट्रीय ध्वज का शहर में प्रशासन की नाक अपमान हो रहा था
जागरण संवाददाता, रोहतक : भारत की आन-बान-शान राष्ट्रीय ध्वज का शहर में प्रशासन की नाक अपमान हो रहा था। मानसरोवर पार्क में लगा ऊंचाई पर लहरा रहा तिरंगा करीब दस-पंद्रह दिनों से फटी हालत में था। रोजाना सभी अधिकारी व नेताओं का इस मार्ग व तिरंगे के सामने से आना-जाना भी होता था, बावजूद इसके राष्ट्रीय ध्वज को बदलने की जहमत कोई नहीं उठा रहा था। इतना ही नहीं, निगम के अधिकारियों को भी करीब दस दिन पहले सूचित किया जा चुका था, लेकिन इसे बदलने में कोई जहमत नहीं उठा पा रहा था। शुक्रवार दोपहर को दैनिक जागरण ने फटे हुए राष्ट्रीय ध्वज के बारे में नगर निगम अधिकारियों को सूचित किया तो अधिकारी ने जागरण का धन्यवाद करते हुए उसी सायं तुरंत बाद झंडे को उतार लिया गया। इसके बाद निगम अधिकारियों ने पुन: दैनिक जागरण का तहदिल से धन्यवाद भी किया।
मानसरोवर पार्क में गत वर्ष सौ फुट की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया गया था। सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा ने रोहतक का दिल कहे जाने वाले मानसरोवर पार्क को इस सम्मान के लिए चुना था। सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा व कुरूक्षेत्र के तत्कालीन सांसद नवीन ¨जदल ने मिलकर राष्ट्रीय ध्वज को फहराया था। उन्होंने सौ फुट की ऊंचाई पर तिरंगे को फहराकर रोहतक को प्रदेश में एक अलग पहचान दिलाई थी। तब से लेकर आज तक तिरंगे को करीब सात बार उतारकर बदला जा चुका है। पिछले दस-पंद्रह दिनों से झंडा फटा हुआ था, जिसकी तरफ किसी भी अधिकारी व नेता का ध्यान नहीं गया, जबकि पुलिस अधीक्षक आवास झंडे के बिल्कुल सामने है और विधायक कार्यालय भी दूसरी तरफ है। दैनिक जागरण के संवाददाता ने तिरंगे के बारे में जब नगर निगम की ज्वाइंट कमीश्नर से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई सूचना नहीं थी। उन्होंने सूचना देने पर दैनिक जागरण का आभार प्रकट किया और तुरंत आदेश जारी कर झंडे को तुरंत उतरवाया।
झंडे के सामने से गुजरते थे रोजाना अधिकारी व नेता
मानसरोवर पार्क में लगाए गए तिरंगे के सामने ही पुलिस अधीक्षक का आवास है और दूसरी तरफ विधायक का पार्टी कार्यालय भी है। इसके साथ ही उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, डीएसपी सहित निगम के अधिकारी भी रोजाना दर्जनों बार तिरंगे के सामने से गुजरते हैं लेकिन कोई भी तिरंगे के सम्मान को लेकर कार्रवाई नहीं कर रहा था। इससे प्रशासन की लापरवाही साफ झलक रही थी।
पार्क कल्याण समिति कई बार कर चुकी थी शिकायत
मानसरोवर पार्क कल्याण समिति के अध्यक्ष रणबीर ¨सह ने बताया कि करीब दस दिन पहले झंडा फटने की सूचना उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को दी थी, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते रहे। झंडे को उतारने व लगाने की जिम्मेदारी उपायुक्त की देखरेख में निगम अधिकारियों की है। इसके बारे में कमेटी कई बार शिकायत कर चुकी है।
शनिवार को फहरा दिया जाएगा : अनु श्योकंद
नगर निगम की ज्वाइंट कमीश्नर अनु श्योकंद ने झंडा उतारने के बाद भी दैनिक जागरण का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें झंडे के फटने के बारे में सूचना नहीं थी। आपने सूचना दी है जिसके तुरंत बाद झंडे को उतरवा लिया गया है। शनिवार सुबह तिरंगे को ठीक करवाकर दोबारा फहरा दिया जाएगा।