सीटू ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, रोहतक : न्यूनतम वेतन 15 हजार करने और ठेका प्रथा बंद करने सहित अन्य मांग को लेकर सीट
जागरण संवाददाता, रोहतक : न्यूनतम वेतन 15 हजार करने और ठेका प्रथा बंद करने सहित अन्य मांग को लेकर सीटू के आह्वान पर कई संगठन के सदस्य ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने लघु सचिवालय में सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और तहसीलदार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन से पूर्व सभी संगठन के सदस्य मानसरोवर पार्क पहुंचे। प्रदर्शनकारियों से सीटू के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र मलिक ने केंद्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार पूर्व सरकार की नीतियों को ही तेजी से लागू कर रही है। इससे मुनाफाखोर कंपनियों को काफी छूट मिल रही है। दूसरी ओर मजदूर की रोजी-रोटी पर हमला हो रहा है। श्रम कानून में बदलाव कर कंपनियों का लाभ पहुंचाने का रास्ता खोला जा रहा है।
सीटू नेता सतबीर पाक्समा ने कहा कि सरकार मजदूर विरोध नीतियां बनाकर अन्याय कर रही है। वर्तमान सरकार श्रम कानून में बदलाव कर उनका शोषण कर रही है। वह इस अन्याय को सहन नहीं करेंगे और मांगे पूरी होने तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते मांग को पूरा नहीं किया गया तो वह आंदोलन तेज कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने 26 फरवरी को देशव्यापी सत्याग्रह करने की घोषणा भी की।
इस दौरान सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष राम चंद्र सिवाच ने कहा कि 26 फरवरी को आंदोलन के तहत मजदूर जेल भरेंगे। प्रदर्शन को किसान सभा जिला अध्यक्ष प्रीत ¨सह, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव विनोद, भवन निर्माण कामगार यूनियन के सुरेश ¨नदाना, ग्रामीण चैकीदार सभा के जंगलीराम, वन मजदूर यूनियन के खड्ग ¨सह, भट्ठा मजदूर यूनियन की प्रेम देवी, मिड-डे मिल यूनियन की रोशनी व पार्वती, नौजवान सभा के सोनू कलानौर ने प्रमूख तौर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।