शहीद पार्क के बाहर लगे गंदगी के ढेर
संवाद सहयोगी, महम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की चमक का असर गांवों में फीका पड़
संवाद सहयोगी, महम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की चमक का असर गांवों में फीका पड़ गया। गांव के सार्वजनिक स्थल स्वच्छता सप्ताह के बाद जगमगाते नजर आ रहे थे। लेकिन उसके बाद इन की सुध लेने वाला कोई नहीं है। गांव सैमाण के शहीद पार्क के पास लगे गंदगी के ढेर से लग सकता है। गंदगी से पार्क के आसपास से लोग गुजरने में कतराने लगे हैं। महिलाएं घरों से निकलने वाले कचरे को पार्क की दीवारों के पास डाल देती है, जिससे पार्क की सुंदरता को तो नुकसान हो ही रहा है साथ ही पार्क में आने वालों को परेशानी हो रही है।
ग्रामीण जीतेंद्र, अमन, अनुज, राजेश, काला, बिशन, र¨वद्र, कर्मबीर ने बताया स्वच्छता सप्ताह के दौरान गांव में सफाई अभियान चलाया गया था। उसके बाद गांव में कहीं भी गंदगी नजर नहीं आ रही थी। उसके बाद कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं आया है, जिससे पार्क के आस-पास गंदगी के ढेर लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि पार्क की सफाई रखने के लिए पार्क में कर्मचारी लगाया गया है। लेकिन कर्मचारी भी पार्क से निकलने वाले कुडे़ को दीवारों के पास फैंक देता है। घरों से निकलने वाले कचरे को भी महिलाएं यहां पर डालती रहती हैं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी ग्रामीणों के कहने पर सफाई करने के लिए नहीं आ रहे है। सफाई कर्मचारियों के बारे में सरपंच को भी अवगत करवाया गया था।
गंदा नाला और घरेलू कचरा बना परेशानी
शहीद पार्क के पास से गुजरने वाला नाला और दीवारों के पास फैली गंदगी से पार्क में आने वालों को सबसे अधिक परेशानी होती है। गंदे नाले की समय पर सफाई न होने के कारण इससे बदबू आती रहती है साथ ही नाला भी रूक चुका है। महिलाएं घरों से निकलने वाले कचरे को पार्क की दीवारों के साथ डाल रही हैं, जिससे पार्क की दीवारों के आस पास गंदगी के ढ़ेर लग चुके हैं।
कई बार करवाई जा चुकी हैं सफाई : सरपंच प्रतिनिधि
सरपंच प्रतिनिधि सुनील ने बताया कि पार्क के आस-पास के कूड़े को कई बार उठाया जा चुका है। पार्क के आसपास कूड़ा डालने वालों को भी यहां पर कूड़ा डालने के लिए मना किया गया है, लेकिन महिलाएं अंधेरे में यहां पर कूड़ा डाल रही है। सफाई कर्मचारियों को समय पर सफाई करने के आदेश दिए हुए हैं। अगर कोई कर्मचारी लापरवाही करता है तो उस पर कार्रवाई होगी।