रोडवेज का चक्का जाम, आमजन हलकान
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कैथल में प्राइवेट बस संचालकों द्वारा हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों से मारपीट करने व रोडवेज के 3519 रूट परमिट बैकडोर से निजी हाथों में सौंपने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने शनिवार को चक्का जाम कर दिया। कर्मचारियों ने डिपो में जमकर हंगामा किया। बसों के चक्का जाम से यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो गई। इसके कारण यात्रियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सभी यूनियन हुई एकजुट : गौरतलब है कि कैथल में बृहस्पतिवार को हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों के साथ टाइम टेबल को लेकर प्राइवेट बस संचालकों की कहा-सुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि प्राइवेट बस संचालकों ने रोडवेज कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके विरोध में डिपो में सभी यूनियनों के कर्मचारियों ने भारी रोष प्रकट करते किया और शनिवार सुबह नौ बजे रोडवेज का चक्का जाम कर दिया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और सड़क पर बैठकर रोष प्रकट किया। उन्होंने डिपो महाप्रबंधक को दो टूक कह दिया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक वे डटे रहेंगे। उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन भी डिपो महाप्रबंधक को सौंपा। रोडवेज की सभी यूनियनों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। इन यूनियनों में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ, हरियाणा रोडवेज कर्मचारी इंटक संघ, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, हरियाणा रोडवेज कर्मचारी महासंघ सहित अन्य यूनियन शामिल हैं।
सुबह नौ बजे के बाद नहीं चलने दी एक भी बस : रोडवेज कर्मचारियों ने सुबह नौ बजे चक्का जाम कर दिया। पूरे दिन डिपो से एक भी बस को निकलने नहीं दिया गया। इतना ही नहीं, जो बसें रूटों पर चल रही थीं, उन्हें भी डिपो में लाकर खड़ा कर दिया।
हजारों यात्री हुए परेशान : चक्का जाम होने के कारण हजारों की संख्या में विभिन्न रूटों पर सफर करने वाले दैनिक यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आमतौर पर यात्रियों से खचाखच भरा रहने वाला बस स्टैंड खाली नजर आया। अचानक हुई हड़ताल का सबसे अधिक खामियाजा दैनिक यात्रियों को भुगतना पड़ा। सुबह से शाम हो गई, लेकिन बस स्टैंड से एक भी बस नहीं चली। वहीं, लंबे रूट पर जाने वाले यात्रियों का भी हाल बुरा रहा।
निजी वाहन चालकों की चांदी :हरियाणा रोडवेज की हड़ताल होने के कारण प्राइवेट वाहन चालकों की चांदी रही। बस स्टैंड के बाहर से ही प्राइवेट बसें भरकर जा रही थीं और यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा था। वहीं, मैक्सी कैब वालों ने भी ठूंस-ठंस कर यात्री अपने वाहनों में भरे। यात्रियों को मजबूरन इनमें यात्रा करनी पड़ी।
जारी रहेगी हड़ताल : बल्हारा
इस बारे में रोडवेज कर्मचारी महासंघ के जिला प्रधान जोगेंद्र बल्हारा ने कहा कि जब तब मारपीट करने वाले प्राइवेट बस संचालकों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और निजी बसों के सौंपे गए रोडवेज के परमिट रद्द नहीं किए जाते, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव सुमेर सिवाच ने कहा कि रोडवेज के 3519 रूट परमिट निजी हाथों में सौंपे जा रहे हैं। जब तक इन परमिटों को रद्द नहीं किया जाता, तब तक वह विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे और परमिटों को लेकर 17 सितंबर को दोबारा रोडवेज का चक्का जाम करेंगे।
हेड क्वार्टर से आया संदेश कर्मियों को दिया : महाप्रबंधक
डिपो महाप्रबंधक मनीष लोहान ने बताया कि हेड क्वार्टर से मैसेज आया था कि कैथल में उनकी मांगों को मान लिया गया है। इसके साथ ही 3519 रूट परमिटों पर स्टे लगा दिया गया है और समय सारणी जारी करने पर पाबंदी लगा दी गई है। यह संदेश कर्मचारियों को देते हुए हड़ताल समाप्त करने की अपील भी की गई।