बेमौसमी बारिश ढहा रही किसानों पर सितम, मंडी में गेहूं भीगा
संवाद सहयोगी, सांपला : कहावत है रामजी की माया, कहीं धूप तो कहीं छाया, लेकिन इन दिनों इद्रदेव की किसानों पर मेहरबान नहीं हैं। थोड़े-थोड़े अंतराल में हो रही बेमौसमी बारिश किसानों के लिए आफत बनी हुई। बारिश किसानों की साल भर की गई मेहनत पर पानी फेरती दिखाई दे रही है। किसानों के चेहरों पर फसल के नुकसान को लेकर बेचैनी बनी हुई है। कई दिनों से रह रहकर हो रही बारिश गेहू की फसल पर विपरीत प्रभाव डाल रही है, जिस कारण फसल खराब होने क कगार पर है। बेमौसमी बारिश यदि इसी प्रकार से जारी रही तो खेतों में खुले में पड़ी गेहू की पुलिया पानी में भीगकर काली पड़ सकती हैं। इससे उनमें फफूंदी लगने का खतरा बन जाएगा। किसानों की वर्ष भर की मेहनत बेकार हो जाएगी। कस्बे के गावों में फसल की कटाई अंतिम चरण में है। लेकिन बारिश होने के कारण गेहू की कटाई प्रभावित हो रही है।
वहीं कस्बे की मंडी में रखा हुआ गेहूं भी बारिश में भीगकर खराब हो रहा है। मंडी में गेहूं को बारिश से बचाने के व्यापक बंदोबस्त नहीं है। मंडी अधिकारी गेहूं के बारिश में भीगने को गंभीरता से नहीं ले रहे।