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छात्रा हत्याकांड की उलझी गुत्थी सुलझाने के लिए एसआइटी गठित

By Edited By: Published: Thu, 03 Apr 2014 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 03 Apr 2014 01:01 AM (IST)
छात्रा हत्याकांड की उलझी गुत्थी सुलझाने के लिए एसआइटी गठित

संवाद सहयोगी, महम : छात्रा दिव्या हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए अब एसआइटी का गठन किया है। विदित रहे कि बुधवार रात को स्थानीय लोगों ने महम थाने में पहुंच कर आक्रोश प्रकट करते हुए स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मंाग की थी। पुलिस अधीक्षक ने इसके बाद ही एसआइटी गठित की है।

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विदित रहे कि बुधवार को उन परिवार के लोग महम के बाली मंदिर में एकत्रित हुए थे, जिनसे पुलिस हत्याकांड के मामले में पूछताछ कर रही है। लोगों ने बताया कि आसपास के युवकों से पुलिस की अपराध शाखा ने पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी हाथ नहीं लगी। यहीं कारण है कि पुलिस निर्दोष लोगों को तंग करने लगी है। इधर पंचायत के सदस्यों ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। पंचायत सदस्यों का कहना था कि यह मामला अतिसंवेदनशील है। ऐसे में वे कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। पंचायत सदस्य ना ही पुलिस कार्रवाई में बाधा डालना चाहते हैं और न ही दिव्या के परिजनों को कुछ कहना चाहते। पंचायत में डॉ. ओपी चिटकारा, पार्षद सोमनाथ बजाज व नरेद्र सिंधवानी आदि उपस्थित थे। एसएचओ नरेंद्र पाल पुलिस हत्यारों को तलाशने का हरसंभव प्रयास कर रही है। अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

परिजनों की शिकायत पर होती है पूछताछ : पुलिस ने उन्हीं युवकों या व्यक्तियों से पूछताछ की है। जिन पर दिव्या के परिजनों ने शक व्यक्त किया है। इसके अतिरिक्त दिव्या के घर के फोन से मिली डिटेल के आधार पर भी कुछ लोगों से पूछताछ की गई है। जो युवक कुछ हद तक शक के घेरे में आए, उनको पूछताछ के लिए रोहतक भी ले जाया गया। हालाकि अभी तक किसी भी युवक या व्यक्ति से मर्डर के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है।

बोरी से तार मिलाने का प्रयास : पुलिस उस बोरी को एक महत्वपूर्ण सुराग मान रही है जिसमें दिव्या की लाश मिली थी। यह बोरी सामान्य बोरी नहीं है। यह वह बोरी है जिसमें आमतौर पर प्याज लाए जाते है। हर घर में यह बोरी होना संभव नहीं है। आम आदमी पूरी बोरी प्याज नहीं खरीदता।

फूंक-फूंक कर रखे जा रहे है कदम : जानकारी यह भी मिली है कि पुलिस दिव्या के बारे में बहुत सी जानकारियां हासिल कर चुकी है। कुछ सुराग भी पुलिस के पास है, लेकिन पुलिस इस मामले में कच्चा हाथ नहीं डालना चाहती। यही कारण है कि पुलिस फूंक -फूंक कर कदम रख रही है।

एसआइटी में ये हैं शामिल : पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने बृहस्पतिवार को एसआइटी का गठन किया है। टीम में महम के पुलिस उपाधीक्षक मुकेश कुमार, इंस्पेक्टर नरेंद्र पाल, इंस्पेक्टर संदीप धनखड़, सीआइ स्टाफ एसआई बल्लू राम व सहायक उप निरीक्षक रणबीर शामिल है। एसपी ने गठित टीम को जल्द से जल्द से इस हत्याकांड का खुलासा करने का आदेश दिया है।


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