बसंतपुर में नाबालिग की शादी रुकवाई
जागरण संवाददाता, रोहतक : जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी करमिंदर कौर द्वारा पुलिस के सहयोग से बसंतपुर गांव में एक नाबालिग लड़की की शादी को रूकवा दिया। करमिंदर कौर को सूचना मिली कि बृहस्पतिवार को बसंतपुर गाव में एक नाबालिग की शादी की जा रही है। शिकायतकर्ता ने जानकारी दी कि जिस लड़की की शादी की जा रही है वह 12 साल की है और जिसके साथ शादी की जा रही है वह 40 साल का अधेड़ है। छोटी सी बारात करनाल जिले के असंध कस्बे से बृहस्पतिवार दोपहर को गांव में पहुंचने वाली थी। शादी की पूरी तैयारी की चुकी थी। सूचना मिलने पर वे कास्टेबल सोनिया और सदर थाने की एएसआइ देवी रानी के साथ मौके पर पहुंची। वहा पर जाकर जाच की तो पाया कि सूचना बिल्कुल सही है। जिस लड़की की शादी की जा रही थी जांच में उसकी उम्र लगभग 16 साल पाई गई। जिस लड़के से शादी की जा रही थी उसकी उम्र करीब 25 साल बताई। हालांकि जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी करमिंदर कौर ने जब परिजनों से लड़की की उम्र के संबंध में कागजात मागे तो उन्होंने कहा कि उनके पास तो राशन कार्ड भी नहीं है। लड़की कभी स्कूल भी नहीं गई है। इसलिए उनके पास कोई कागज नहीं है। उन्होंने यह कहा कि लड़की 17 साल की है। लड़की के परिजनों ने कहा कि मजदूरी के सिलसिले में इधर-उधर घूमते है इसलिए राशन कार्ड भी नहीं बनवा पाए।
जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी ने जब लड़की के परिवारजनों से शादी स्थगित करने को कहा। उन्होंने कहा कि वे बहुत गरीब है और शादी का खर्च दोबारा करने में असमर्थ है, लेकिन समझाने पर वे शादी स्थगित करने पर राजी हो गए। लड़की के परिजनों को बाल विवाह के कानूनी पहलुओं को बताया गया। नाबालिग लड़की की शादी के उसकी सेहत पर पड़ने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी बताया गया।
लड़की के परिजनों ने लिखित में आश्वासन दिया कि उन्हे बाल विवाह निषेध कानून की जानकारी नहीं थी। वे अपनी लड़की के बालिग होने पर ही शादी करेंगे।