डूब के जाना है, इलाज कराना है
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इलाज के लिए जान का खतरा। सुनकर अजीब लगेगा लेकिन यह हकीकत है। जरा सी बरसात ह
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: इलाज के लिए जान का खतरा। सुनकर अजीब लगेगा लेकिन यह हकीकत है। जरा सी बरसात होने के बाद कभी नागरिक अस्पताल के नजदीक आकर खड़े होंगे तो उन मरीजों का दर्द आंखों से देखने को मिलेगा, जो दीवार फांदकर अस्पताल के अंदर जाते हैं। मरीज इसलिए दीवार फांदकर जाने को मजबूर होते हैं क्योंकि जरा सी बरसात के बाद ही अस्पताल के बाहर 3 से 4 फीट तक पानी जमा हो जाता है। सालों से यह समस्या बनी हुई है लेकिन समाधान का रास्ता आजतक नहीं निकला है। बड़ी बात यह है कि जिस दीवार को फांदकर मरीज अस्पताल में घुसते और निकलते हैं उससे बिलकुल सटा हुआ बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है, जहां कभी भी हादसा हो सकता है।
समाधान का रास्ता कभी निकाला ही नहीं
बृहस्पतिवार को सुबह के समय बरसात हुई। बरसात से मौसम तो खुशगवार हुआ लेकिन जलभराव के कारण आम लोगों की समस्याएं बढ़ गई। शहर में दर्जनों ऐसे स्थान हैं जहां मामूली बरसात में ही जलभराव की स्थिति बन जाती है और वहां से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। सबसे बुरा हाल नागरिक अस्पताल के बाहर होता है। अस्पताल के बाहर 3 फीट तक पानी जमा हो गया। पानी जमा हो जाने से मरीजों का अंदर घुसना तक मुश्किल हो गया। ऐसे में महिला हो या पुरुष सभी अस्पताल के एक कोने पर से दीवार फांदकर अंदर तक पहुंचे तथा इसी रास्ते से बाहर भी आए। जिस दीवार को फांदकर मरीज अंदर गए उसके बिलकुल नजदीक बिजली का ट्रांसफार्मर भी लगा हुआ है। ऐसे में ट्रांसफार्मर से संपर्क में आने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
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नागरिक अस्पताल के सामने जलभराव होना बड़ी समस्या है। इस बाबत विधायक रणधीर ¨सह कापड़ीवास व उपायुक्त डॉ. यश गर्ग से भी बातचीत की जाएगी। जलभराव का समाधान होना आवश्यक है। अस्पताल के अपने स्तर पर भी योजना बनाई है कि बाहर का बरसाती पानी पाइप लाइन डालकर अस्पताल के ड्रेनेज सिस्टम में डाल दिया जाए। इसके लिए भी अनुमति ली जा रही है।
-डॉ. सुदर्शन पंवार, कार्यवाहक सिविल सर्जन।
इनसेट:
गुर्जरवाड़ा में भी जलभराव का समाधान नहीं
शहर के मोहल्ला गुर्जरवाड़ा में भी जलभराव का समाधान नहीं हो पा रहा है। यहां कई बार जलभराव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तक हो चुका है। पिछले साल अलग से पाइप लाइन भी डाली गई थी लेकिन इसके बावजूद भी जरा सी बरसात में ही यहां कई फीट पानी जमा हो जाता है। न तो जनस्वास्थ्य विभाग और न ही नगर परिषद यहां जलभराव से मुक्ति दिला पा रही है। यही हाल मॉडल टाउन में भी है। यहां नाला गंदगी से अटा पड़ा है और सीवरेज से पानी निकलता नहीं। ऐसे में जलभराव की स्थिति बनी रहती है। रामपुरा रोड पर अहीर कालेज के सामने भी इतना जलभराव हो गया कि बच्चों के लिए कालेज व स्कूल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। यहां नई बनी सड़क में भी बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।