आइजीयू से संबद्ध हुए रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ के कॉलेज
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: लंबे समय के इंतजार के बाद मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीय
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:
लंबे समय के इंतजार के बाद मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) से रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ के कॉलेज संबद्ध हो गए। इस संबंध में उच्च्चतर शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ के सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी मिलाकर सौ के करीब कॉलेज हैं। रेवाड़ी में 50 तथा इतने ही कॉलेज महेंद्रगढ़ में हैं। अभी इस प्रक्रिया के तहत प्रथम वर्ष के विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों का पंजीकरण आईजीयू में ही होगा। द्वितीय व अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को अभी एमडीयू रोहतक से ही डिग्री मिलेगी।
जल्द कुलपति द्वारा सभी संबद्ध डिग्री कॉलेज, बीएड कॉलेज, इंजीनिय¨रग कॉलेज, प्रबंधन संस्थान, विधि संस्थान तथा अन्य संस्थाओं के निदेशकों व प्राचार्यों की अलग-अलग बैठक बुलाई जाएगी। इसमें इन संस्थाओं के अकादमिक योजनाओं तथा उनके क्रियान्वयन पर चर्चा की जाएगी। इन महाविद्यालयों को नैक की च्च्चतर ग्रे¨डग तथा राष्ट्रीय संस्थानिक श्रेणी ढांचा (एनआइआरएफ) में च्च्च श्रेणी के लिए भी विवि की तरफ से प्रयास किए जाएंगे। नए रोजगारपरक कार्यक्रम भी आरंभ किए जाएंगे।
पिछले साल की थी संबद्धता की घोषणा:
पिछले साल अक्टूबर में शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने आइजीयू को रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ सहित छह जिलों के साथ संबद्ध करने की घोषणा की थी। इस मांग को विधायक रणधीर ¨सह कापड़ीवास पुरजोर तरीके से उठा रहे थे। वहीं कुछ माह पूर्व विवि में आए सीएम मनोहर लाल ने भी इसपर मुहर लगा दी थी। प्रारंभिक चरण में रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिलों के महाविद्यालयों को संबद्ध किया गया है। आइजीयू से संबद्ध होने के बाद अब रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिला के विद्यार्थियों को रोहतक के चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे।
जताया सरकार का आभार:
कुलपति प्रो. एसपी बंसल तथा कुलसचिव डॉ. मदनलाल ने दोनों जिलों के महाविद्यालयों को संबद्ध करने पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल, शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा, रेवाड़ी विधायक रणधीर ¨सह कापड़ीवास तथा प्रशासन का आभार व्यक्त किया हैं।
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नोटिफिकेशन जारी होने की पहले से ही उम्मीद थी, इसलिए हमने अपने स्तर पर तैयारियां आरंभ कर दी थी। शिक्षा तथा शोध में गुणवत्तापरक विकास के साथ सांस्कृतिक तथा खेलकूद संबंधी क्रियाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सभी कॉलेजों को सत्र 2017-18 का अकादमिक, सांस्कृतिक तथा खेलकूद संबंधी कैलेंडर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
-प्रो. एसपी बंसल, कुलपति, आइजीयू