अतिरिक्त प्रधान सचिव ने की योजनाओं की समीक्षा
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने वीडियो कान्फ्रेंस क
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम के साथ विभिन्न मुद्दों पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उपायुक्त डॉ. यश गर्ग, पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया, अतिरिक्त उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, एसडीएम कोसली रानी नागर, एसडीएम बावल सुरेश कुमार, डीएसपी गजेन्द्र कुमार, मुख्यमन्त्री सुशासन सहयोगी विनीत भल्ला, डीआइओ सुखबीर ¨सह, ईओ एमसी मनोज यादव, डॉ. सुदर्शन पंवार एवं डॉ. सर्वजीत थापर सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
डॉ. राकेश गुप्ता ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के बारे में समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ जिले ¨लगानुपात में सुधार के लिए च्च्छा कार्य कर रहे हैं, वे बधाई के पात्र है। दक्षिणी हरियाणा के रेवाड़ी और महेन्द्रगढ़ जिलों में ¨लगानुपात में आशा अनुरूप परिणाम दिखाने के लिए जीतौड़ प्रयास करे, ताकि ¨लगानुपात की स्थिति बेहतर बन सके। उन्होंने गोशाला, नंदीशाला व पशुबाड़े की समीक्षा करते हुए कहा कि आवारा पशुओं विशेषकर गाय व सांडों को पशुबाड़े में भिजवाने का कार्य निरंतर जारी रहे, ताकि आवारा पशुओं द्वारा किसी प्रकार की कोई परेशानी पैदा ना हो। 15 अगस्त तक सभी जिले इस कार्य को पूरा करें।
उन्होंने शहरी क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त बनाया जाने पर समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में च्वच्छता और खुले में शौच मुक्त बनाने परच्अच्छा कार्य किया है और ग्रामीण ओडीएफ में प्रदेश ने चौथा स्थान अर्जित किया है। अब शहरी क्षेत्र में खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए सभी नगरपालिकाएं तेजी से कार्य करें ताकि निर्धारित अवधि में शहरी क्षेत्र को शौच मुक्त बनाकर हरियाणा प्रदेश अगले पायदान को भी हासिल कर सके। उन्होने ओडीएफ मेंच्अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ड्राइ¨वग लाईसेंस बनाने की प्रक्रिया को परिवर्तित करते हुए इसको दलालों व कमीशन एंजेटों से मुक्ति दिलाने की दिशा में कारगर कदम उठाया है।
उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने कहा कि जिले में हजारों आवारा पशुओं को गौशाला, नंदीशाला व पशुबाड़े में भिजवाया जा चुका है। जिले के गांव मामडिया, आसनपुर, रतनथल और टीकला में कार्य चल रहा है। जाटूसाना की गोशाला में भी अलग से नंदीशाला बनाई जाएगी।