पब्लिक हेल्थ में गोलमाल मामले में कार्रवाई नहीं होने का आरोप
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: कोसली पब्लिक हेल्थ में हुए लाखों रुपये के गोलमाल मामले में महीनों बाद भी
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:
कोसली पब्लिक हेल्थ में हुए लाखों रुपये के गोलमाल मामले में महीनों बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश खोला ने जनस्वास्थ्य विभाग के चीफ इंजीनियर से मुलाकात की। सतीश खोला का कहना है कि अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट तो हुई है लेकिन एफआइआर दर्ज करने के आदेश सिरे नहीं चढ़ पाए हैं। जनस्वास्थ्य विभाग के चीफ इंजीनियर सुजाना राम ने बताया कि यहां से सारी कार्रवाई सरकार के पास भेजी जा चुकी है तथा आगे की कार्रवाई वहीं पर होनी है।
करीब 85 लाख का है गोलमाल
कोसली में पब्लिक हेल्थ विभाग की तरफ से रेलवे स्टेशन क्षेत्र में सीवरेज लाइन का काम कराया गया था। इस मामले में लोगों की शिकायत थी कि विभागीय अधिकारियों ने जमकर गोलमाल किया है। सीवरेज लाइन डाले बगैर ही कई जगहों पर काम पूरा कर दिया गया। भाजपा नेता सतीश खोला ने इस मामले की शिकायत मार्च 2015 में पहले एसई पब्लिक हेल्थ को दी थी लेकिन एसई ने मामले में कोई जांच नहीं की। इसके बाद 8 अप्रैल 2015 को मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक में आया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे तत्कालीन जनस्वास्थ्य मंत्री राव नरबीर ¨सह ने मामले में विजिलेंस जांच के आदेश जारी कर दिए थे। विजिलेंस जांच हुई तो नवंबर 2015 में एसई विजिलेंस ने अपनी जांच रिपोर्ट चीफ इंजीनियर को दाखिल की। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि अधिकारियों पर पाए गए सभी आरोप सही है। जांच रिपोर्ट में
जितेंद्र ¨सह कार्यकारी अभियंता, उमेश भारद्वाज एसई, दलीप ¨सह श्योराम एक्सइएन, राकेश कुमार एक्सईएन, अशोक यादव एसडीओ, फूल¨सह तंवर एसडीओ, अनिल भारद्वाज एसडीओ व नितिन जेई को दोषी पाया गया तथा उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने तक के आदेश दिए गए। जांच रिपोर्ट में तमाम गोलमाल सामने आने के बावजूद भी आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को सतीश खोला ने इस मामले में पंचकुला में चीफ इंजीनियर सुजाना राम को कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा। चीफ इंजीनियर ने उन्हें बताया कि विभाग की तरफ से सारी कागजी कार्रवाई पूरी करके सरकार को फाइल भेजी जा चुकी है। अब आगे की कार्रवाई वहीं से होनी है। खोला ने सीएम को भी पत्र भेजकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।