अभी तक एटीएम में नहीं मिल रहा है कैश
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: नोटबंदी को दो माह से भी अधिक का समय हो चुका है लेकिन औद्योगिक कस्बा धार
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा:
नोटबंदी को दो माह से भी अधिक का समय हो चुका है लेकिन औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा में हालात अभी भी संतोषजनक तक स्थिति में नहीं है। सरकार ने सोमवार से एटीएम से पैसे की निकासी की सीमा को बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया हो लेकिन यहां लगे एटीएम में भी अभी भी कैश नहीं डाला जा रहा है। कस्बा में एटीएम बड़ी संख्या में होने के बावजूद भी लोग भटकने को मजबूर हो रहे हैं।
26 एटीएम, ज्यादातर में नो कैश
औद्योगिक कस्बा में बड़ी आबादी श्रमिकों की है जो कि विभिन्न औद्योगिक इकाईयों में काम करते हैं। ऐसे श्रमिकों के लिए बगैर कैश आम जरूरतों की चीजें भी खरीदना मुश्किल है लेकिन स्थिति यह है कि यहां के अधिकतम एटीएम अभी भी नो कैश की स्थिति में है। एटीएम के अलावा बैंकों में भी लोगों की कतार लगी हुई तथा उन्हें पैसे निकलवाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। सबसे अधिक मुश्किल अब उन परिवारों के सामने आ खड़ी हुई जिसमें शादी है तथा उनके लिए आज भी नोटबंदी के दिनों जैसी हालात बनी हुई है। एटीएम में कैश नहीं है तथा बैंकों में ढाई लाख मिलना किसी भी सूरत में संभव नहीं है। रविवार को ही अधिकांश एटीएम में कैश नहीं था जिसकी वजह से लोगों ने सोमवार तक इंतजार किया। सोमवार को कुछ एटीएम में अवश्य कैश डाला गया लेकिन वह सोमवार को ही समाप्त हो गया। मंगलवार को भी इन एटीएम में कैश नहीं डाला गया जिससे लोग परेशान रहे।