15 दिन की स्टोरेज क्षमता, 27 दिनों में आ रही नहर
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: शहर में पानी के लिए राश¨नग फिर से शुरू हो गई है। लगातार तीसरा महीना है
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:
शहर में पानी के लिए राश¨नग फिर से शुरू हो गई है। लगातार तीसरा महीना है जब आधे शहर को एक दिन तो बाकी के बचे हुए शहर को दूसरे दिन पानी देने की नौबत आ रही है। नहर आने का रुटीन बिगड़ जाने के कारण समस्या लगातार आ रही है। शहर को पानी की सप्लाई देने वाले वाटर टैंकों की क्षमता 15 दिन के पानी के स्टाक करने की है लेकिन नहर 27 दिन के बाद आ रही है।
ऐसे में करीब 10 से 12 दिन पानी की कटौती करके ही सप्लाई देना मजबूरी हो गई है।
कलो¨जग टाइम बढ़ा, शुरू हुई राश¨नग
शहर में पानी की सप्लाई के लिए कालका में जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से पांच वाटर टैंक बनाए गए हैं। नहर से आने वाले पानी को इन्हीं वाटर टैंकों में स्टाक किया जाता है। स्टाक पानी से फिर शहर में सप्लाई दी जाती है। पांचों वाटर टैंकों की क्षमता इतनी है कि शहर में 15 दिनों तक पानी सप्लाई किया जा सकता है, लेकिन नहर आने के बदले शेड्यूल ने सारे सिस्टम को ही प्रभावित किया हुआ है। नहर पहले जहां 17 से 20 दिन बाद आ जाती थी वहीं अब 27 दिनों बाद आ रही है। यानि नहर के बंद रहने का समय(क्लो¨जग टाइम) बढ़ गया है। दिसंबर माह में
नहर 24 तारीख को बंद हो गई थी और इस माह 20 जनवरी के बाद ही नहर का पानी आने की संभावना है। महज एक ही वाटर टैंक में कुछ पानी शेष है जिसके चलते ही पानी की राश¨नग शुरू कर दी गई है। बीते दो दिनों से शहर के आधे हिस्से में एक दिन तो बाकी बचे हुए हिस्से में दूसरे दिन पानी छोड़ा जा रहा है।
गर्मियों में बिगड़ सकते हैं हालात
बीते तीन महीनों से लगातार पानी की राश¨नग करनी पड़ रही है। सर्दियों में तो हालात किसी तरह से काबू में हैं लेकिन आगे भी यही स्थिति जारी रही तो निश्चित तौर पर हालात बिगड़ सकते हैं। शहर में पानी के करीब 20 हजार कनेक्शन हैं। हर रोज करीब 30 लाख गैलन पानी की सप्लाई की
जाती है। इन हालातों में तो पानी की पूर्ति कर पाना किसी भी सूरत में संभव नहीं है।
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नहर आने में अभी समय है जिसके चलते ही पानी की राश¨नग शुरू की गई है। नहर करीब 27 दिनों बाद आ रही है जिससे थोड़ी परेशानी आ रही है। हालांकि हम अपने स्तर पर प्रबंधन करके पानी की पूर्ति कर रहे हैं।
-अशोक डागर, कनिष्ठ अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग।