खाद-बीज की दुकानों का रिकार्ड होगा ऑनलाइन
प्रवीण कुमार, मेवात खाद-बीज की दुकानों का रिकार्ड भी अब ऑनलाइन होगा। इसके तहत अब किसानों के लिए
प्रवीण कुमार, मेवात
खाद-बीज की दुकानों का रिकार्ड भी अब ऑनलाइन होगा। इसके तहत अब किसानों के लिए आने वाली प्रत्येक जरूरत की चीजें ऑनलाइन हो जाएंगी। किसानों को अब मोबाइल पर मैसेज मिलेगा कि किसान ने अपने हिस्से का कितना खाद ले लिया है और कितना लेना बाकी है। इसके अलावा खाद-बीज विक्रेता के पास उपलब्ध स्टॉक की भी पूरी जानकारी किसानों को मिलेगी। इसका मकसद खाद-बीज के मामले में पूरी पारदर्शिता लाना है।
इस संबंध में जिला मुख्यालय नूंह में किसानों और खाद-बीज विक्रेताओं की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि उपनिदेशक डॉ. परमजीत ¨सह ने जिले के किसानों व सभी थोक व खुदरा खाद-बीज विक्रेताओं की इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने अब यह फैसला लिया है कि किसानों की जरूरत की चीजें जैसे यूरिया, डीएपी और कीटनाशक दवाइयों सहित सभी चीजों का सारा रिकार्ड रखा जाएगा। यानि इन सभी चीजों को अब ऑनलाइन कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी से लेकर थोक विक्रेताओं से किसानों तक पहुंचने तक सारा रिकार्ड रखा जाएगा। कार्यशाला में उपस्थित कृषि विशेषज्ञ एवं विभाग के एसडीओ डॉ. अजीत ¨सह ने बताया कि खाद-बीज विक्रेताओं के यहां किसाना का आधार कार्ड लिंक किया जाएगा। बगैर आधार ¨लक हुए किसान सब्सिडी पर खाद-बीज नहीं ले सकेंगे।
सहकारी बैंकों में भी ऐसा ही किया जाएगा। किसानों की जरूरत का समान उन तक आराम से पहुंच सकेगा। उन्होंने बताया की मेवात जिले में कुल 98 रजिस्टर्ड डीलर हैं। आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। किसानों के मोबाइल पर भी उनके समान लेने पर संदेश आ जाएगा।
.............
यह एक अच्छी पहल है। एक-दो दिन में रिकार्ड ऑनलाइन करने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इससे ना तो दुकानदारों पर झूठे आरोप लग सकेंगे। किसानों को तो फायदा होगा ही। बाकायदा मोबाइल पर मैसेज भी मिलेगा। जिस फर्टीलाइजर कंपनी से विक्रेताओं के पास समान पहुंचेगा, वह भी रिकार्ड में होगा।
डॉ. परमजीत ¨सह, कृषि उपनिदेशक।