साथियों ने ही की थी कैंटर चालक की हत्या
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: करीब बीस दिन पूर्व दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव निखरी के पास कैंटर चालक की
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: करीब बीस दिन पूर्व दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव निखरी के पास कैंटर चालक की हत्या कर फेंकने की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। चालक की उसके साथियों ने ही हत्या की थी तथा पहचान छिपाने के लिए शव को निखरी के निकट फेंक दिया था। पुलिस ने चालक की हत्या के आरोप में उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला हरदोई निवासी अरूण तथा शिकोवा निवासी सतीश के रूप में हुई है।
अर्धनग्न हालत में मिला था शव
धारूहेड़ा थाना पुलिस ने गत चार जून की सुबह गांव निखरी के निकट से एक युवक का अर्धनग्न शव बरामद किया था। मृतक के सिर में गहरी चोट के निशान भी मिले थे। पुलिस ने शिनाख्त के प्रयास किए थे, परंतु कामयाबी नहीं मिल पाई थी। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या व सबूत मिटाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। छह जून को दिल्ली के मंदावली निवासी जोगेंद्र प्रसाद ने पुलिस को संपर्क कर बताया कि उसकी टाटा गाड़ी कापड़ीवास के निकट लावारिस हालत में खड़ी है तथा चालक गायब है। जोगेंद्र ने बताया कि मधुबनी के विराट नगर निवासी संजीत यादव उसकी गाड़ी पर चालक था तथा कुछ दिन पूर्व सामान लेकर जयपुर गया था। उसे चार जून की रात को वापस लौटना था परंतु वह नहीं पहुंचा। चालक के नहीं पहुंचने पर वह उसकी तलाश में निकला था कि धारूहेड़ा के निकट गाड़ी खड़ी हुई मिल गई थी। जोगेंद्र ने मृतक की शिनाख्त बिहार के मधुबनी जिला के गांव विराट नगर निवासी संजीत के रूप में की थी।
झगड़ा होने के बाद की थी हत्या
बृहस्पतिवार की शाम को गिरफ्तार किए अरुण व सतीश भी संजीत के साथ जयपुर गए थे। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वापस आते समय धारूहेड़ा में रुके थे तथा यहीं पर उनका संजीत के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े में दोनों ने सतीश से जमकर मारपीट की थी, जिससे उसकी मौत हो गई। दोनों मृतक की जेब से करीब 30 हजार रुपये निकाल कर फरार हो गए थे। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को अदालत से तीन दिन के रिमांड पर लिया है।