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गेहूं खरीद पर चौथे दिन भी गतिरोध कायम

सबहेड-उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई व्यापारियों की बैठक, कटौती का प्रस्ताव व्यापारियों ने किया नामंज

By Edited By: Published: Sat, 18 Apr 2015 12:59 AM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2015 12:59 AM (IST)
गेहूं खरीद पर चौथे दिन भी गतिरोध कायम

सबहेड-उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई व्यापारियों की बैठक, कटौती का प्रस्ताव व्यापारियों ने किया नामंजूर

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जागरण संवाददाता,रेवाड़ी: यहां की नई अनाज मंडी में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर गतिरोध चौथे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। चौथे दिन खरीद नहीं होने से किसान काफी मायूस नजर आए।

राज्य सरकार के कल जारी किए नए दिशा-निर्देशों के बाद उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने व्यापारियों की बैठक लेकर उन्होंने मनाने का प्रयास किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। व्यापारी टूटे हुए दानों की खरीद पर किसी भी तरह की कटौती के प्रस्ताव के विरोध में है।

मंडी में थमी गेहूं की आवक

रेवाड़ी अनाज मंडी में गत शनिवार से गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हुई थी लेकिन मंगलवार से बदरंग व गेहूं के टूटे दानों के आधार पर कटौती से व्यापारी खफा हो गए। हालांकि सरकार ने बदरंग दानों पर कटौती का आदेश वापिस ले लिया है तथा टूटे व सिकुड़े दानों का प्रतिशत भी कम कर दिया है, लेकिन जो मामूली कटौती लगाई गई है, आढ़तियों को वह भी मंजूर नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि टूटे हुए दानों की खरीद में 10 से 15 प्रतिशत तक की छूट होनी चाहिए।

दूसरी ओर गतिरोध जारी रहने से कुछ व्यापारी अपने स्तर पर सस्ते में किसानों का गेहूं खरीदने का मन बना रहे हैं।

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इनसेट:

कोसली में भी धीमी खरीद

कोसली की अनाज मंडी में गेहूं की आवक में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन खरीद एजेंसियों की तरफ से गेहूं की खरीद धीमी किए जाने से किसान काफी नाराज हैं। मंडी में 11 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की गई थी, लेकिन 16 अप्रैल तक हैफेड व वेयर हाऊस ने 75 हजार के लगभग ही बैग की खरीद की गई है। मंडी में तीन लाख के लगभग बैग की आवक हो चुकी है लेकिन खरीद करने वाली एजेंसियों द्वारा खरीद बेहद धीमी गति से की जा रही है। उधर सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र के बाद भी व्यापारियों में भी हलचल शुरू हो गई है। व्यापारियों ने कहा सरकार ने छूट की बजाय उनकी परेशानी को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि यदि कटौती होती है इसका नुकसान उन्हें ही उठाना पड़ेगा। व्यापारियों के इस रूख से किसान भी परेशान हो चुके हैं।

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हमने समाधान निकालने का पूरा प्रयास किया है, लेकिन व्यापारियों ने 6 से 8 व 8 से 10 प्रतिशत तक गेहूं के टूटे व सिकुड़े हुए दानों के लिए क्रमश: 14 रुपये 50 पैसे व 29 रुपये की कटौती पर आपत्ति जताई है। हमने व्यापारियों की भावना सरकार तक पहुंचा दी है।

डॉ. यश गर्ग, उपायुक्त।


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