..चरागों की तरह फिर शाम से पहले जला होता
संवाद सहयोगी, भिवाड़ी: कस्बे में स्थित श्याम वाटिका में क्रेडाई, प्रेसिडेंसी द इंटरनेशनल स्कूल एवं मं
संवाद सहयोगी, भिवाड़ी: कस्बे में स्थित श्याम वाटिका में क्रेडाई, प्रेसिडेंसी द इंटरनेशनल स्कूल एवं मंगलम ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में 'एक शाम शहीदों के नाम' कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में विख्यात कवियों ने शिरकत की। प्रेसिडेंसी द इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक मनोज शर्मा, त्रेहॉन ग्रुप के मार्केटिंग डायरेक्टर जितिन नैयर, मंगलम गु्रप के दिलीप सिंह सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कवि सम्मेलन का आगाज लखीमपुर खीरी से आई कवियित्री रंजना सिंह ने सरस्वती वंदना से किया। उन्होंने गजल 'खत्म होने भी दो जिंदगी का सफर ए मेरे हमसफर फिर चली जाऊंगी' ने महफिल ने समा बाध दिया। जयपुर से आए कवि बृजेश भट्ट की कविता 'गीत बासुरी की तान थे अनायास शंख हो गए, उड़ते थे नील ब्योम में पर घायल पंख हो गए' ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिल्ली से मशहूर गजलकार शरफ बहराइची की इस गजल 'चरागों की तरह फिर शाम से पहले जला होता मोहब्बत कौन सी शय है अगर ये तुझको पता होता' और जयपुर से तशरीफ लोकेश कुमार साहिल की गजल 'अश्क पीते रहे मुस्कुरात ही रहे-आपकी बज्म में यूं ही गाते रहें'को सुनकर सारा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कवि शिव सागर शर्मा भावुक ने अपनी भावमयी कविता के साथ प्रभाव पूर्ण मंच संचालन ने किया। कार्यक्रम में मंगलम ग्रुप के दिलीप सिंह सेंगर, प्रेसिडेंसी द इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक मनोज
शर्मा, अक्ष ऑप्टीफाइबर लिमिटेड के प्लाट हेड चन्द्रशेखर गुप्ता, श्री विनायक हॉस्पिटल के डायरेक्टर डा. प्रवीण कुमार, डा. संजय शर्मा, डा. नवनीता शर्मा, पार्षद रामकिशन तंवर व नरेन्द्र पटेल, उमेश दुबे, नागमणि तिवारी, डा. रूपसिंह, डा. प्रसंग गर्ग, प्रेमदास लोधी, संजय सिंह, कुलदीप मावर, मुस्ताक अहमद, नवनीत सुबोध, सुरेन्द्र सुरोलिया, देवेन्द्र लोधी सहित कई गण्यमान नागरिक उपस्थित थे।