बाटम : नगर परिषद में तख्ता पलट की कवायद तेज
फोटो नंबर: 19 -फिलहाल चेयरपर्सन की कुर्सी पर है कांग्रेस समर्थित शकुंतला भांडोरिया का कब्जा -अब
फोटो नंबर: 19
-फिलहाल चेयरपर्सन की कुर्सी पर है कांग्रेस समर्थित शकुंतला भांडोरिया का कब्जा
-अब चेयरपर्सन बनाने के लिए भाजपा ने शुरू की जोर आजमाइश, शुरू हुआ बैठकों का दौर
-विरोधी खेमे का 22 पार्षद होने का दावा, पदमुक्त करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: नगर परिषद के चेयरपर्सन की कुर्सी हासिल करने के लिए कुछ दिन की चुप्पी के बाद भाजपा ने फिर से कवायद तेज कर दी है। गुपचुप तरीके से तख्ता पलट मुहिम को आगे बढ़ा रहे भाजपाइयों का दावा है कि उनके खेमे में अविश्वास प्रस्ताव के लिए जरूरी 22 पार्षद हो चुके हैं, लेकिन विरोधी पक्ष पर चोट करने के लिए सही समय का इंतजार है।
फिलहाल चेयरपर्सन की कुर्सी पर कांग्रेस समर्थित शकुंतला भांडोरिया का कब्जा है। भांडोरिया महिला कांग्रेस की जिला प्रधान थी। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने उन्हें चेयरपर्सन बनवाया था।
नगर परिषद के चेयरपर्सन की कुर्सी अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित है। भाजपा खेमे में भी इस वर्ग से कुछ महिला पार्षद हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर भाजपाइयों ने चेयरपर्सन बनाने के लिए अब जोर आजमाइश शुरू कर दी है। बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। विरोधी खेमे का दावा है कि उनके पास मौजूदा चेयरपर्सन को पद से हटाने के लिए 22 पार्षदों से भी अधिक की संख्या है। नगर निकाय नियमों के अनुसार प्रधान को पदमुक्त करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है।
सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले यहां के नारनौल रोड स्थित पूर्व जिला प्रमुख एवं भाजपा नेता प्रवीण चौधरी के रूद्राक्ष होटल में भाजपा समर्थित पार्षदों की बैठक हुई थी। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में कुल 18 पार्षद एकत्रित हुए थे, लेकिन विरोधियों की कमर तोड़ने के लिए 22 पार्षद उपस्थित होने का प्रचार किया गया। हालांकि भाजपा पार्षदों की ओर से इस मुहिम में जुटे पूर्व नप प्रधान विजय राव ने दावा किया कि बैठक में 18 पार्षदों की उपस्थिति थी, लेकिन चार अन्य महिला पार्षदों को जानबूझ कर एक रणनीति के तहत बैठक में नहीं बुलाया गया। उनका समर्थन साथ है। नगर परिषद प्रधान को पद से हटाने के लिए दो तिहाई पार्षदों की जरूरत है।
सूत्रों के अनुसार फिलहाल इस पूरी मुहिम से रेवाड़ी के विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास कुछ दूरी बनाये हुए हैं, लेकिन भाजपा नेता अरविंद यादव व जिला प्रधान सतीश खोला पार्टी समर्थित पार्षदों के साथ मिलकर नगर परिषद पर भाजपा का कब्जा जमाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मौजूदा प्रधान शकुंतला भांडोरिया को कांग्रेस से भाजपा में शामिल करने की संभावना पर भी भाजपा में विचार हुआ है, लेकिन भाजपा का ही एक बड़ा वर्ग परिवर्तन का पक्षधर है। विशेष बात ये है कि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में जरूरी संख्या बल होने का दावा करने वाले भाजपा नेता अभी ये बताने की स्थिति में नहीं हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की संभावना हकीकत में बदलने की सूरत में उनकी उम्मीदवार कौन होंगी।
क्या है मौजूदा स्थिति
नगर परिषद में फिलहाल अनुसूचित जाति की छह महिला पार्षद हैं। प्रधान पद का जिम्मा संभाल रही शकुंतला भांडोरिया के अलावा इंदु मुरली, विनीता पिप्पल, पुष्पा देवी, गायत्री कर्दम व अमृतकलां टिकानियां हैं। कुल 31 वार्डो में से वार्ड नंबर 2 रिक्त है। इसको अलग हटाकर पार्षदों की कुल संख्या 30 है। सांसद व विधायक को भी नगर परिषद की बैठकों में भाग लेने व वोटिंग का अधिकार है। सांसद राव इंद्रजीत सिंह व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास दोनों ही भाजपा से हैं। शकुंतला भांडोरिया पहले ही ये स्पष्ट कर चुकी हैं कि उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि वे राजनीति करने की बजाय सभी पार्षदों को साथ लेकर चलती हैं।
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प्रधान बदलना या नहीं बदलना पार्षदों के अधिकार क्षेत्र की बात है। हमने पार्टी स्तर पर ऐसा कोई अधिकारिक फैसला अभी नहीं किया है कि हम प्रधान बदलेंगे, परंतु यदि कुछ पार्षद अपनी मर्जी से अपनी पसंद को लेकर प्रयास कर रहे हैं तो हमें किसी तरह की आपत्ति नहीं है। हमारा काम तो पार्षदों की इच्छा का सम्मान करना है। मैं पार्षदों के अधिकार क्षेत्र में दखल नहीं दे रहा, लेकिन यदि पार्षदों को लगता है कि मौजूदा प्रधान की जगह किसी अन्य को बनाना बेहतर होगा तो मैं उनकी इच्छा में बाधक नहीं बनूंगा।
-रणधीर सिंह कापड़ीवास, विधायक, रेवाड़ी।