लड़ेंगे आरपार की लड़ाई
-बजरी खनन रोकने के लिए विधायक व उपायुक्त से मिले ग्रामीण। फोटो-20एनएआर 14 जागरण संवाददाता, नारनौ
-बजरी खनन रोकने के लिए विधायक व उपायुक्त से मिले ग्रामीण।
फोटो-20एनएआर 14
जागरण संवाददाता, नारनौल
दोहान नदी पर स्थित हरियाणा के अंतिम छोर पर बसे गांव आजमाबाद मौखुता के ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा एक निजी कंपनी को बजरी खनन का ठेका देने के विरोध में खुलकर आना शुरू कर दिया है। इसके लिए ग्रामवासी नांगल चौधरी के विधायक डा.अभय सिंह यादव सहित शनिवार को जिला उपायुक्त से उनके निवास पर मिलकर अपनी नाराजगी जताई। खनन खोले जाने के विरोध में ग्रामीणों ने आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।
ग्रामवासियों ने बताया कि गत 17 दिसंबर को बाबा रामेश्वर धाम पर अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा उपरोक्त गांव की 43.36 हेक्टेयर भूमि में खनन हेतु जनता की राय जानने के लिए खुला दरबार लगाया था। इस दरबार में ग्रामीणों द्वारा एकजुट होकर खनन खोले जाने का विरोध जताया था। ग्रामवासियों का कहना है कि दोहान नदी पर स्थित बांध के कारण नदी का पानी रिचार्ज होता है जिससे डार्कजोन घोषित इस क्षेत्र में कुओं का पानी स्थिर रहता है। इस पानी के कारण क्षेत्र के ग्रामवासियों को पेयजल के साथ-साथ अन्न उपजाने में मदद मिलती है। ग्रामवासियों का कहना है कि गांव की गोचार भूमि में लाखों पेड़ लगे हुए हैं यदि यहां खनन किया गया तो पर्यावरण के लिए घातक होगा साथ में भविष्य में बाढ़ का खतरा भी मंडराएगा।
यहां खनन खोले जाने के विरोध में ग्रामवासी नांगल चौधरी के विधायक डा.अभयसिंह से मिलकर खनन न खोले जाने की अपील की। नांगल चौधरी के विधायक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ग्रामीणों के हितों की अनदेखी नहीं की जाएगी। इस संदर्भ में उन्होंने ग्रामीणों के ज्ञापन पर उपायुक्त के नाम आवश्यक निर्देश दिए। उपायुक्त ने भी ग्रामीणों का आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और ग्रामीणों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग को अनसुना किया गया तो वह आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहेंगे। ज्ञापन देने वालों में जगदीश चौधरी, लालसिंह नंबरदार, रमेश पंच, रामकुमार, राम नरेश, प्रभुदयाल, बिशंबर दयाल, श्योताज तथा सुलतान सिंह सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
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