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लीड: अंतिम छोर तक पानी न पहुंचा तो होगा आंदोलन

फोटो-19एनएआर 20 सबहेड- आखिरी टेल तक जल पहुंचाने के लिए किसानों व प्रशासन के बीच हुई बैठक -समय सा

By Edited By: Published: Fri, 19 Dec 2014 04:46 PM (IST)Updated: Fri, 19 Dec 2014 04:46 PM (IST)
लीड: अंतिम छोर तक पानी न पहुंचा तो होगा आंदोलन

फोटो-19एनएआर 20

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सबहेड- आखिरी टेल तक जल पहुंचाने के लिए किसानों व प्रशासन के बीच हुई बैठक

-समय सारिणी के अनुसार ही पानी लेने में सहयोग का अनुरोध किया

-हम चाहते हैं कि सभी किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिले : एसडीएम

जागरण संवाददाता, नारनौल :

नहरी पानी को अंतिम छोर तक पहुंचाने और सभी किसानों को खेती के लिए समान रूप से पानी मिल सके, इस विषय को लेकर शुक्रवार को नहर विभाग परिसर में किसानों और जिला प्रशासन के बीच एक बैठक हुई। बैठक में अधिकारियों ने किसानों को उनके गांव में निर्धारित की गई समय सारिणी के अनुसार ही पानी लेने में सहयोग का अनुरोध किया।

बैठक में जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम महेश कुमार, डीएसपी शाकिर हुसैन, नहर विभाग के कार्यकारी अभियंता अनिल सभ्रवाल तथा जेई अरुण कौशिक आदि शामिल थे। विभिन्न गांवों से आए किसानों को एसडीएम महेश कुमार ने कहा कि पानी सबकी जरूरत है, और हम चाहते हैं कि सभी किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिले। उन्होंने किसानों से कहा कि यह क्षेत्र डार्क जोन घोषित होने के कारण हमें मजबूरी वश किसानों को नहरी पानी देना पड़ रहा है, जबकि नहरी पानी केवल पीने और जोहड़ों को भरने के लिए ही है। एसडीएम ने किसानों से कहा कि हमने जो नई समय सारिणी बनाई है आप इसका पालन करें, और यदि इसमें कहीं कमी नजर आती है तो प्रशासन के समक्ष रखें, हम दोबारा से इसमें सुधार करेंगे।

बैठक में गांव भुगांरका के सरपंच राजेंद्र प्रसाद ने मांग की कि पानी को सबसे पहले पड़ने वाले गांवों में बांटने के बजाय सबसे अंतिम छोर से वितरण किया जाए। उन्होंने कहा कि पहले पड़ने वाले गांवों से शुरूआत करने पर पानी अंतिम टेल तक पहुंच ही नहीं पाता है। उन्होंने दावा किया कि प्रशासन का पिछली बार अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का कथन झूठा साबित हुआ।

उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि यदि इस बार 21 दिसंबर को आना वाला नहरी पानी अंतिम छोर तक नहीं पहुंचा तो हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए मजबूर होंगे। बैठक में किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि हम से भगवान ही नाराज हैं, इसलिए इस डार्क जोन क्षेत्र में न तो किसान बोर करा सकते हैं और न ही नहर से पानी मिलता है। ऐसी परिस्थितियों में हमें जीवन यापन करना भी कठिन हो गया है।

बैठक में ताजीपुर, मुकंदपुरा, खातोली अहीर, खातोली जाट, कमानिया, कारोता, भुंगारका, कांवी, मकसुसपुर, थाना, हसनपुर, छापड़ा, दौखेरा, मेघोत बिंजा तथा मेघोता हाला आदि के मौजिज ग्रामीण व सरपंच मौजूद थे। प्रशासन की ओर से नई समय सारणी के अनुसार शहबाजपुर डिस्ट्रीब्यूट्री में प्रथम दिन पंप हाउस दो तक चार दिन, पंप हाउस तीन तक तीन दिन तथा अंतिम छोर तक बाकी तीन दिन पानी पहुंचाया जाएगा। दौचाना डिस्ट्रीब्यूट्री में प्रथम तीन दिन 0 से 7 किलो मीटर तक तीन दिन तथा बाकी दो दिन तक अंतिम छोर तक पानी छोड़ा जाएगा। दौचाना माईनर में शुरू से अंतिम छोर तक तीन दिन पानी दिया जाएगा। नवलपुर डिस्ट्रीब्यूट्री में पंप हाउस चार तक चार दिन उसके बाद पंप हाउस पांच तक चार दिन तथा बाकि चार दिन अंतिम छोर तक पानी छोड़ा जाएगा। हसनपुर डिस्ट्रीब्यूट्री में पंप हाउस दो तक तीन दिन, पंप हाउस तीन तक तीन दिन तथा बाकी तीन दिन अंतिम छोर तक पानी छोड़ने की योजना बनाई गई है। इसी प्रकार दनचौली माइनर में तीन दिन तथ अटेली डिस्ट्रीब्यूट्री में अंतिम छोर तक सात दिन तक पानी छोड़ा जाएगा।


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