हर किसी पर चढ़ा चुनावी बुखार
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे हर किसी को
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी :
विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे हर किसी को चुनावी बुखार जोर पकड़ने लगा है। अब चूंकी चुनाव होने में एक पखवाड़े का समय बचा है। ऐसे में विभिन्न प्रत्याशी सुबह से देर शाम तक जनसंपर्क और जनसभाओं में व्यस्त हैं, वहीं अपने शुभचिंतकों, परिजनों, परिचितों के साथ रूठों को मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। लोगों में चर्चा भी लगातार जोर पकड़ने लगी है। त्योहारी सीजन से ज्यादा चुनावी मौसम में क्षेत्र के विकास और प्रदेश की राजनीति के चर्चे ज्यादा हो रहे हैं। आज प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने अंदाज में राज्य और क्षेत्र की सत्ता की भविष्यवाणी करने में जुटा है।
मंदिरों में भी यही चर्चा
यूं तो नवरात्र चल रहे हैं। मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुबह शाम भीड़ लग रही है। श्रद्धालु मां का आशीर्वाद लेने के साथ यहां आने वाले लोगों के साथ राजनीतिक गपशप में ज्यादा समय बिता रहे हैं। दशहरा, दीपावली की तैयारियों से ज्यादा विधानसभा चुनाव के भविष्य को लेकर ज्यादा तैयारियां दिख रही हैं।
गांव की चौपाल में ही यही चर्चा
गांव की चौपाल हो या फुर्सत के क्षण में लगने वाली अपनों की महफिल। आजकल हर जगह हर कोई अपने घर परिवार के लोगों के हालचाल पूछने के बजाय प्रदेश और क्षेत्र की बागडोर संभालने को लेकर शंका और भविष्य पर अपने सुझाव और रायशुमारी देने से नहीं चुक रहे हैं। हर कोई चुनाव की स्थिति के बारे में ही चर्चा परिचर्चा करता दिखाई देता है। हर कोई एक दूसरे के मन की थाह टटोलने में लगा है। सुबह से लेकर देर रात तक जब भी कोई किसी से मिल रहा है तो उसके साथ आपका आकलन क्या कहता है, कौन बनेगा विधायक, किसकी बनेगी सरकार, इस बार पुराना इतिहास दोहराया जाएगा या फिर कुछ नया होगा आदि-आदि चर्चाएं आम हो गई हैं। चाय के स्टाल से लेकर मैकेनिक की दुकान तक जाना पहचाना हो या अनजान कोई भी आने जाने वाला अपने काम के प्रयोजन से ज्यादा चुनाव की हलचल को लेकर उत्सुक नजर आ रहा है।